अनवर अली का ईस्ट बंगाल में स्थायी ट्रांसफर
ईस्ट बंगाल के प्रशंसकों के लिए अच्छी खबर है। भारतीय राष्ट्रीय टीम के प्रमुख डिफेंडर अनवर अली ने आगामी आईएसएल 2024-25 सीजन के लिए ईस्ट बंगाल के साथ एक स्थायी ट्रांसफर साइन किया है। अनवर अली का ईस्ट बंगाल में आना क्लब के लिए एक बड़ी मजबूती साबित हो सकता है, विशेषकर मोहन बागान में उनके सफल वर्ष के बाद।
मोहन बागान में अनवर अली की सफलता
अनवर अली ने 2023-24 में मोहन बागान सुपर जायंट के साथ एक साल की लोन स्पेल के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह टीम के लिए एक मजबूत स्तंभ साबित हुए, और उनकी उत्कृष्ट प्रदर्शन ने टीम को डूरंड कप और इंडियन सुपर लीग शील्ड जीतने में मदद की। यह कहना सही होगा कि अनवर अली का योगदान मोहन बागान की सफलता में निर्णायक था।
नई फ़ीफ़ा नियमावली और अनवर अली का ट्रांसफर
अनवर अली का ट्रांसफर नई फ़ीफ़ा नियमावली के कारण आवश्यक हो गया था, जो एक साल से अधिक अवधि के लोन स्पेल की अनुमति नहीं देती। ऐसे में ईस्ट बंगाल ने उन्हें स्थायी ट्रांसफर पर लेने का निर्णय लिया। यह निर्णय क्लब के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है, खासकर जब वे नए सत्र की तैयारी में जुटे हैं।
अनवर अली की भारतीय टीम में भूमिका
अनवर अली ने अपने करियर में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। उन्होंने मार्च 2022 में भारतीय सीनियर टीम में पदार्पण किया और अब तक कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंट्स जीते हैं, जिनमें त्रि-राष्ट्र टूर्नामेंट, इंटरकांटिनेंटल कप और सैफ चैंपियनशिप शामिल हैं। उनकी रक्षा कला और समय पर चुनौती देने की क्षमता ने उन्हें टीम का अहम हिस्सा बना दिया है।
ईस्ट बंगाल की नई टीम और साइनिंग्स
अनवर अली के अलावा, ईस्ट बंगाल ने कई अन्य महत्वपूर्ण खिलाड़ियों के साथ भी साइन किया है, जिनमें दिमित्रियोस डाइमोंटाकोस, डेविड लालहंसंगा, मादिह तलाल, और देबजीत मजूमदार शामिल हैं। इन साइनिंग्स से यह स्पष्ट होता है कि ईस्ट बंगाल नए सत्र की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
डूरंड कप और आईएसएल की तैयारी
डूरंड कप 27 जुलाई, 2024 से शुरू होने वाला है। ऐसे में ईस्ट बंगाल और अन्य आईएसएल क्लबों ने अपनी तैयारियाँ तेज कर दी हैं। अनवर अली जैसे अनुभवी और प्रतिभाशाली खिलाड़ी का शामिल होना निस्संदेह टीम की ताकत को बढ़ाएगा।
फैंस की उम्मीदें और क्लब की योजनाएं
ईस्ट बंगाल के फैंस को नई साइनिंग्स से काफी उम्मीदें हैं। क्लब की नई योजनाएं और रणनीतियां आईएसएल 2024-25 सीजन में उन्हें एक मजबूत प्रतिस्पर्धी बना सकती हैं। अनवर अली जैसे खिलाड़ी की उपस्थिति टीम की रक्षा पंक्ति को और मजबूत करेगी और आगामी टूर्नामेंट्स में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है।
निष्कर्ष
अनवर अली का ईस्ट बंगाल में ट्रांसफर भारतीय फुटबॉल के लिए एक अहम घटना है। उनकी प्रतिभा और अनुभव किसी भी टीम को मजबूत बना सकते हैं। ईस्ट बंगाल ने यह महत्वपूर्ण कदम उठाकर अगले सत्र के लिए अपनी तैयारी को और सुदृढ़ किया है।
sunil kumar
सितंबर 2, 2024 AT 12:11अनवर अली का ईस्ट बंगाल में स्थायी ट्रांसफर एक बहुत ही तर्कसंगत निर्णय है। फीफा के नए नियमों के कारण लोन स्पेल की सीमा लागू हो गई है, और इसलिए क्लब को स्थायी रूप से उन्हें रखना ही बेहतर रहा। उनकी रक्षा क्षमता और गेम इंटेलिजेंस आईएसएल में कम ही मिलती है।
Deepti Chadda
सितंबर 4, 2024 AT 07:09भारत का सबसे बड़ा डिफेंडर वापस आ गया 🇮🇳🔥 अब ईस्ट बंगाल टॉप 3 में जरूर आएगा!
Anjali Sati
सितंबर 5, 2024 AT 23:54अनवर अली अच्छा खिलाड़ी है लेकिन इतना बड़ा धमाल मचाने की क्या जरूरत? मोहन बागान ने उसे लोन पर रखा था वो वहीं रहता तो बेहतर था।
Preeti Bathla
सितंबर 6, 2024 AT 09:23अरे यार ये सब लोग अनवर को बहुत ज्यादा हाइलाइट कर रहे हैं। देखो तो देखो दिमित्रियोस और डेविड का तो क्या हाल है? उनके बिना भी ईस्ट बंगाल का बहुत कुछ नहीं बनता। अनवर तो सिर्फ एक डिफेंडर है।
और फिर भी फैंस उसे बाबा बना रहे हैं। अगर तुम्हें लगता है कि एक आदमी टीम बदल देता है तो तुम्हें फुटबॉल नहीं समझना चाहिए।
मोहन बागान ने उसे लोन पर दिया था क्योंकि उनके पास और भी बेहतर विकल्प थे। ईस्ट बंगाल ने उसे खरीदा क्योंकि उनके पास कुछ नहीं था।
हम इतना बड़ा धमाल क्यों मचा रहे हैं? ये सिर्फ एक खिलाड़ी का ट्रांसफर है।
मैं तो बता दूं कि अगर अनवर अगले मैच में गलती करता है तो ये लोग उसे फिर निकाल देंगे।
और फिर भी उन्हें टीम का नायक बना दिया गया।
मैं बस यही कहना चाहता हूं कि फुटबॉल में टीम चलती है, एक खिलाड़ी नहीं।
मैं बस उनकी जिद्दी लाइक और शेयर करने की आदत को समझ नहीं पा रहा।
अगर तुम अनवर को बहुत पसंद करते हो तो अपने घर पर उसकी तस्वीर लगा लो।
लेकिन यहां टीम के बारे में बात कर रहे हैं।
और यहां टीम के बारे में बात करने के लिए तुम्हें एक न्यूट्रल दृष्टिकोण चाहिए।
अब तुम बस अनवर के लिए जीत रहे हो।
ये फुटबॉल नहीं फैन बॉय बनने का मैच है।
Aayush ladha
सितंबर 8, 2024 AT 01:09अनवर अली को ईस्ट बंगाल ने क्यों खरीदा? क्योंकि वो भारतीय टीम का हिस्सा है? तो मोहन बागान भी भारतीय टीम का हिस्सा है। तो फिर उन्हें क्यों नहीं रखा गया? ये सब राष्ट्रीयता का नाटक है।
Sonu Kumar
सितंबर 9, 2024 AT 22:51क्या आपने कभी सोचा है कि अनवर अली का यह ट्रांसफर वास्तव में फुटबॉल के लिए है, या सिर्फ एक बड़े शो-केस के लिए? क्योंकि अगर आप इसे वास्तविकता के आधार पर देखें, तो यह बस एक और बड़ा बाजार विज्ञापन है।
क्या आपने कभी देखा है कि ईस्ट बंगाल के फैंस उनके लिए अपने घरों के बाहर बैनर लगाते हैं? या यहां तक कि एक अपनी बहन के बाल बांधने के लिए भी उसका नाम लेते हैं? यह अतिशयोक्ति है।
और फिर ये लोग बोलते हैं कि यह टीम का निर्णायक कदम है। लेकिन जब आप टीम के अन्य खिलाड़ियों को देखते हैं, तो आपको लगता है कि वे इतने अच्छे नहीं हैं।
और फिर भी आप उसे एक नायक बना रहे हैं।
क्या आप जानते हैं कि एक वास्तविक नायक क्या होता है? वह वही होता है जो टीम के लिए खेलता है, न कि जो टीम के लिए बनाया जाता है।
मैं बस यही कहना चाहता हूं कि यह ट्रांसफर एक बड़ी बात है, लेकिन इसके पीछे एक बड़ा बाजार विज्ञापन है।
और यह बाजार विज्ञापन अनवर अली के लिए नहीं, बल्कि ईस्ट बंगाल के लिए है।
क्योंकि अगर आप देखें, तो ईस्ट बंगाल ने इसे एक बड़ा घोषणा के रूप में बनाया है।
और फिर भी आप इसे एक खिलाड़ी के लिए बड़ा त्योहार बना रहे हैं।
क्या आपने कभी सोचा है कि अगर यह एक अन्य खिलाड़ी का ट्रांसफर होता, तो क्या आप इतना उत्साहित होते?
मुझे लगता है कि नहीं।
क्योंकि आप अनवर अली के लिए उत्साहित हैं, न कि फुटबॉल के लिए।
और यही वास्तविकता है।
Rahul Rock
सितंबर 10, 2024 AT 17:13अनवर अली के ट्रांसफर को लेकर जो बहस हो रही है, वो सिर्फ एक बात को दर्शाती है-हम फुटबॉल को बहुत भावनात्मक तरीके से देख रहे हैं।
एक खिलाड़ी का ट्रांसफर किसी टीम के लिए एक तकनीकी निर्णय है, लेकिन हम इसे एक धर्म की तरह ले रहे हैं।
क्या हम भूल गए कि फुटबॉल एक खेल है, न कि एक राष्ट्रीय अभियान?
अनवर अली एक अच्छा खिलाड़ी है, और उसकी आगे की भूमिका उसके खेल पर निर्भर करेगी, न कि उसके ट्रांसफर पर।
हमें याद रखना चाहिए कि टीम वह है जो जीतती है, न कि एक व्यक्ति।
मोहन बागान ने उसे लोन पर दिया, ईस्ट बंगाल ने खरीदा-दोनों ने अपने अपने लिए बेस्ट फैसला किया।
हम जो बहस कर रहे हैं, वो असल में अपने अहं को बढ़ाने की कोशिश है।
मैं चाहता हूं कि हम फुटबॉल को खेल के रूप में देखें, न कि एक राष्ट्रीय युद्ध के रूप में।
अनवर अली अच्छा खिलाड़ी है, लेकिन वह भगवान नहीं है।
और इसलिए, चाहे वह कहीं भी खेले, उसका काम बस एक गेम को बेहतर बनाना है।
Annapurna Bhongir
सितंबर 12, 2024 AT 07:47ईस्ट बंगाल के लिए अच्छा कदम।