सुबह के समय से ही शेयर बाजार का टोन पॉज़िटिव दिख रहा है। 7:55 बजे तक GIFT Nifty Futures 24,682 पर 29 पॉइंट ऊपर थे, जो निवेशकों में आशावाद का इशारा देता है। इस भलाई का कारण कई पहलू हैं: कंपनियों की तिमाही रिपोर्ट, विदेशी फंडों की खरीद‑बिक्री, और सबसे अहम, अमेरिकी ट्रेज़री यील्ड्स में बदलाव। अभी-अभी यूएस ने बॉर्रोइंग लिमिट बढ़ाने पर टेंडेन्सी दिखाई, जिससे ग्लोबल मार्केट्स में स्थिरता आई और भारतीय इक्विटीज़ को बूस्ट मिला।
सेन्सक्स ने 63,000 के पार करनें के साथ नई ऊँचाइयों को छुआ, वहीं बैंक निफ्टी ने भी रिकॉर्ड हाई बनायी। इस तेज़ी में महिंद्रा & महिंद्रा, HDFC, HDFC बैंक, ITC और रिलायंस जैसी बड़ी कंपनियों ने अहम योगदान दिया। निवेशकों का दिमाग अब उन स्टॉक्स पर टिका है जिनकी क्वार्टरली रेज़ल्ट्स या सेक्टरल ट्रेंड्स ने रूचि जगाई है।
Sun Pharma ने Q4 FY25 में दो पहलुओं को दिखाया। एक तरफ, शुद्ध लाभ 19 % गिरकर ₹2,154 करोड़ रह गया, जो ब्लूमबर्ग के अनुमान ₹2,794 करोड़ से नीचे था। दूसरी तरफ, कंपनी की राजस्वमा 8 % की बढ़ोतरी के साथ ₹12,959 करोड़ तक पहुंची और EBITDA में 22.4 % की तेज़ी से वृद्धि हुई, जो अब ₹3,716 करोड़ है। इससे EBITDA मार्जिन 25.3 % से बढ़कर 28.7 % हो गया, जो ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार को दर्शाता है।
एनालिस्टों का मानना है कि Sun Pharma के पास मजबूत दीर्घकालिक दृश्य है। मोतीलाल ओसवाल ने इस स्टॉक को ‘Buy’ रेटिंग दी है तथा टार्गेट प्राइस ₹1,810 तय किया है। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी FY24‑26 में 18 % का कमाई CAGR और घरेलू फ़ॉर्मूलेशन मार्केट में 12‑13 % की बिक्री CAGR की उम्मीद कर रही है। यूएस में भी 9 % की बिक्री CAGR की प्रोजेक्शन है। कंपनी का फोकस डर्मेटोलॉजी, औप्थाल्मोलॉजी और oncology में स्पेशियलिटी पाइपलाइन को मजबूती देना है, जिससे मार्जिन और आगे बढ़ेगा।
ओएनजीसी (ONGC) के बारे में बात करें तो यह स्टेट‑ओन कंट्रोल्ड एंटिटी भी निवेशकों की लिस्ट में दिख रही है। मार्च 31, 2025 तक के साल में कंपनी ने ₹8,024.23 करोड़ का PAT दर्ज किया, जो 24.44 % की बढ़ोतरी है। EBIT मार्जिन 35.72 % और नेट प्रॉफिट मार्जिन 24.16 % स्वस्थ स्तर पर रहे। वहीं, कर्मचारी खर्च और ब्याज़ खर्च क्रमशः ऑपरेटिंग रिवेन्यू के 1.19 % और 2.37 % रहे, जो लागत कंट्रोल का संकेत देते हैं।
बैंकिंग सेक्टर में इंडसइंड बैंक भी ट्रेंडिंग स्टॉक्स में है। पिछले क्वार्टर में इसकी लोन‑ग्रोथ और डिपॉज़िट‑आधार मजबूत दिखी, जिससे ट्रेडिंग वॉल्यूम में सुधार की उम्मीद है। कंपनी का रिटेल फोकस और डिजिटल इनोवेशन इसे वित्तीय सेक्टर में एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं।
डिफेंस और एयरोस्पेस में रुचि रखने वाले निवेशकों के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (Bharat Electronics) की चर्चा जरूरी है। इलेक्ट्रीकल और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स में यह कंपनी निरंतर ऑर्डर्स प्राप्त कर रही है, खासकर रक्षा प्रोजेक्ट्स में। इस कारण इसकी स्टॉक एक्टिविटी में बढ़ोतरी की संभावना है।
ITC का भी उल्लेख नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह कई सेक्टर्स—फूड, FMCG, सिगरेट और अब डिजिटल—में फुर्तीला प्रदर्शन कर रहा है। हाल के महीनों में इसकी डिविडेंड नीति और फ्रीकैश फ्लो ने निवेशकों को आकर्षित किया है।
सारांश में, आज के ट्रेडिंग सत्र में ऊपर बताए गए स्टॉक्स की खबरें और डेटा ही मार्केट मूवमेंट को ड्राइव करेंगे। विदेशी फंड्स के इनफ़्लो‑आउटफ्लो, यूएस यील्ड्स की दिशा और देशी कंपनियों की क्वार्टरली रेज़ल्ट्स मिलकर निवेशकों के रिस्क‑रेशियो को तय करेंगे।
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