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बांग्लादेश महिला टीम ने कोलंबो में पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया

बांग्लादेश महिला टीम ने कोलंबो में पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया

जब रूब्या हैदर, ओपनर बांग्लादेश महिला क्रिकट टीम ने अपना डेब्यू शिखर पर 54* अनबॉटन बनाते हुए, पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम को 7 विकेट से हराया, तो पूरे खेल प्रेमी स्तब्ध रह गए। यह लड़ाई ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025कोलंबो के ग्रुप चरण की पहली गेम थी, और बांग्लादेश के लिए सिर्फ दूसरा विश्व कप जीतना था – दोनों जीतें पाकिस्तान के खिलाफ ही आईं।

पृष्ठभूमि और टूर्नामेंट का महत्व

2025 का ICC महिला क्रिकेट विश्व कप दक्षिण एशियाई और उप-सहारा अफ्रीका की उभरती टीमों के लिए एक बड़ा मंच बन गया है। दोनों पक्ष – बांग्लादेश और पाकिस्तान – ने पूर्वी एशिया में कई बार एक-दूसरे को चुनौती दी है, लेकिन हर बार परिणाम बांग्लादेश के पक्ष में रहा है। पिछले संस्करण में बांग्लादेश ने केवल एक ही जीत हासिल की थी, जिससे इस जीत का महत्व और बढ़ गया।

टूर्नामेंट के समूह में कुल 11 मैच को कोलंबो, श्रीलंका में आयोजित किया गया, जहाँ पिच मौसम‑समान्य, बॉलिंग‑फ्रेंडली परिस्थितियों के कारण स्पिनर की महत्ता बढ़ी। इस वजह से दोनों टीमों ने अपने स्पिनिंग अटैक को प्रमुखता दी।

मैच की शुरुआत और पाकिस्तान की झंझट

पहले छक्के के बाद, रमेण शमीम और फातिमा साधा ने क्रमशः 18 और 15 रन बनाए, पर उनका साझेदारी केवल 42 रन तक सीमित रह गया। पाकिस्तान का स्कोरबोर्ड 129/9 पर बंद हो गया, जो कि तेज़ी से गिरती हुई पिच पर भी बहुत कम माना गया।

इसमें मरुफ़ा अख़्तर ने पहले ओवर में दो विकेट लेकर टीम को झटका दिया। उनके बाद बांग्लादेश के पैकेट में फहीमा खातून, रबेया ख़ान और शोर्ना अख़्तर ने मिल‑जुलकर छह विकेट लिए। शोर्ना की 3/5 जैसी कैरियर‑बेस्ट फिलिंग ने पाकिस्तान को झुके हुए सिर से बाहर कर दिया।

बांग्लादेश की बढ़त और जीत के मुख्य क्षण

चौथे ओवर में लक्ष्य 130 रन तय था, और बांग्लादेश ने 113 गेंदों में यह लक्ष्य हासिल कर 130/3 बनाया। रूब्या ने 64वें बॉल पर चौके के साथ आधा शतक पूरा किया, और उसके साथ साथी सुल्ताना ज्योति ने स्थिर साझेदारी बनाई। आखिरी दो ओवर में केवल 29 रन की जरूरत थी, पर बांग्लादेश ने इसे 24 गेंदों में ही पूरा कर दिया। दर्शकों ने तेज़ी से उठते हुए जयकारों के साथ इस जीत को सलाम किया।

वास्तव में, जीत की कुंजी बांग्लादेश की स्पिन‑भारी बैटरी थी। पिच पर ग्रिप रखने वाले लेग‑स्पिनर्स ने पाकिस्तान की बैटिंग लाइन‑अप को पूरी तरह बिखेर दिया, जबकि बांग्लादेश के ओपनर ने शॉट्स की गिनती नहीं बल्कि रन बनाते हुए बॉल को संभालना ही सिखाया।

खिलाड़ियों की विशिष्ट प्रदर्शन और आँकड़े

खिलाड़ियों की विशिष्ट प्रदर्शन और आँकड़े

  • रूब्या हैदर – 54* (64 गेंद, 7 चौके, 1 छक्का)
  • मरुफा अख़्तर – 2/31 (10 ओवर)
  • फहीमा खातून – 2/21 (8 ओवर)
  • रबेया ख़ान – 2/15 (6 ओवर)
  • शोर्ना अख़्तर – 3/5 (3 ओवर) – कैरियर‑बेस्ट
  • नहिदा अख़्तर – 2/19 (5 ओवर)

पाकिस्तान की ओर से केवल बाईग ने 1/14 (4 ओवर) लिया, जिससे उनका बॉलिंग टेंशन स्पष्ट हुआ।

भविष्य की राह और संभावित प्रभाव

बांग्लादेश के लिए यह जीत सिर्फ एक अंक नहीं, बल्कि आत्म‑विश्वास की नई लहर है। अगले मैचों में उनके स्पिन‑ज्योति का फायदा जारी रहेगा, खासकर अगर पिचें भी इसी तरह धीमी‑धीमी बनें। दूसरी ओर, पाकिस्तान को अपनी बैटिंग रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ेगा, क्योंकि पिछले 22 विश्व कप में केवल एक जीत उनके नाम है। अगर उन्होंने आज की तरह कमजोर शरण नहीं ली, तो भविष्य में भी कठिनाई में रहेंगे।

अंत में, ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 ने दोनों देशों को एक महत्वपूर्ण सीख दी – उप‑उपमहाद्वीपीय परिस्थितियों में स्पिनर ही खेल का राजा है, और शुरुआती ओवर में विकेट लेना जीत की दिशा तय कर देता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

बांग्लादेश की इस जीत से टीम की विश्व कप यात्रा पर क्या असर पड़ेगा?

पहले मैच में ऐसी जीत टीम के मनोबल को बढ़ावा देती है। विशेष रूप से स्पिन‑डॉमिनेंट पिच पर बांग्लादेश को आगे के समूह खेलों में भी भरोसेमंद माना जाएगा, जिससे वे नेट रन‑रेट में भी उछाल ले सकते हैं।

पाकिस्तान महिला टीम को किन मुख्य समस्याओं का सामना करना पड़ा?

उन्हें शुरुआती ओवर में विकेट खोने के साथ‑साथ स्पिनर्स के खिलाफ शॉर्ट‑कट्स नहीं मिल पाए। रमेण शमीम और फातिमा साधा के अलावा कोई भी 20‑रन से ऊपर नहीं पहुँच पाया, जिससे कुल स्कोर ही कम रहा।

इस मैच में कौन‑से खिलाड़ी ने सबसे प्रभावशाली प्रदर्शन किया?

शोर्ना अख़्तर की 3/5 की शानदार फिगर ने मैच का मोड़ बदल दिया। साथ ही, रूब्या हैदर की अनबॉटन 54 रन की पैंटिंग ने लक्ष्य को सुरक्षित किया। दोनों को चुनावी टीमों ने "मन ऑफ द मैच" के किल्डौड दिलाए।

आगे के ग्रुप मैचों में बांग्लादेश को किस टीम का सामना करना पड़ सकता है?

ग्रुप ए में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड जैसी दिग्गज टीमें भी हैं। यदि बांग्लादेश अपने स्पिन‑फॉर्म को बनाए रखता है, तो वह इन टीमों के खिलाफ भी मुकाबला कर सकेगा, खासकर टर्निंग पिचों पर।

क्या इस जीत से बांग्लादेश के कोचिंग स्टाफ को कोई सराहना मिली?

कोचों ने कहा कि टीम ने तैयारियों के दौरान स्पिनर‑बेटिंग सिमुलेशन पर जोर दिया था, और आज की जीत उसी की पुष्टि है। उन्होंने विशेष रूप से युवा ओपनर रूब्या की तकनीक को "उस्ताद‑जैसी" बताया।

टैग: बांग्लादेश महिला क्रिकेट रूब्या हैदर ICC महिला विश्व कप कोलंबो जीत

10 टिप्पणि

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    pragya bharti

    अक्तूबर 6, 2025 AT 01:53

    खेल का मैदान सिर्फ स्कोरबोर्ड नहीं, यह मानसिक लड़ाई का भी बखान करता है। बांग्लादेश ने इस जीत से अपनी तकनीकी पकड़ को फिर से सिद्ध किया है। स्पिनर की काबिले‑तारीफ़ चालें पाकिस्तान की बैटिंग को बिखेरने में कामयाब रही। रूब्या हैदर की अनबॉटन पैंटिंग ने मैच को संतुलित करने में अहम भूमिका निभाई। इस प्रकार टीम का आत्म‑विश्वास अब हवा में उड़ रहा है।

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    ARPITA DAS

    अक्तूबर 8, 2025 AT 15:13

    इस जीत के पीछे झाँकती एक गुप्त साज़िश है, जो केवल बांग्लादेश को ही नहीं बल्कि पूरे उप‑महाद्वीप को नया रूप देगी।

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    Sung Ho Paik

    अक्तूबर 11, 2025 AT 04:33

    बांग्लादेश की स्पिन‑डोमिनेंस ने हमें याद दिलाया कि सही प्लान बनाकर मेहनत से कुछ भी संभव है 😊🏏। रूब्या की पैंटिंग और शोर्ना की फिगर ने खेल को रंगीन बना दिया। ऐसी जीत युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरित करेगी। चलो, आगे भी इस जोश को बरकरार रखें! 💪

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    Sanjay Kumar

    अक्तूबर 13, 2025 AT 17:53

    अगर देखो तो बांग्लादेश ने खेल में धुट्टे मारे था बस स्पिन से बाकी टीम ने कुछ नहीं किया

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    Veena Baliga

    अक्तूबर 16, 2025 AT 07:13

    बांग्लादेश की यह जीत दक्षिण एशिया में खेल के परिदृश्य को पुनः आकार देती है, जिससे भारतीय उपमहाद्वीप की कुल शक्ति में वृद्धि होती है। टीम ने रणनीतिक रूप से स्पिन का उपयोग कर प्रतिस्पर्धियों को पराजित किया, जो कि हमारे क्षेत्र में रुचि रखने वाले सभी के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

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    vicky fachrudin

    अक्तूबर 18, 2025 AT 20:33

    स्पिनर की प्रभावशीलता को समझना आज के ग्रुप चरण में अत्यावश्यक है; पिच की धीमी गति और घिसी‑मिट्टी ने लेग‑स्पिनर्स को एक अद्वितीय लाभ प्रदान किया। रूब्या हैदर ने अपनी अटैकिंग पोजीशन से बॉल की लाइन और लेंथ को बदला, जिससे शॉट वैरिएशन सीमित हो गया। उसके अतिरिक्त, शोर्ना अख़्तर की 3/5 फिगर ने दिखाया कि सही समय पर तेज़ उतरना कितना निर्णायक हो सकता है। इस प्रकार, बांग्लादेश ने अपने बॉलिंग यूनिट में विविधता लाकर पाकिस्तान को घूरते हुए लक्ष्य प्राप्त किया। यह रणनीति भविष्य में अन्य टीमों द्वारा भी अपनाई जा सकती है, विशेषकर उस पिच पर जहाँ ग्रिप कम और टर्न अधिक हो।

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    ajay kumar

    अक्तूबर 21, 2025 AT 09:53

    भाइयों, बांग्लादेश ने शानदार खेल दिखाया, स्पिनर ने सारी कमाल की बॉलें डालीं और टीम ने टीमवर्क से जीत हासिल की।

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    Sampada Pimpalgaonkar

    अक्तूबर 23, 2025 AT 23:13

    सही कहा, टीमवर्क ही जीत की कुंजी थी, और ऐसे जीत से सारी महिला क्रिकेट को नया हौसला मिलेगा।

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    Chinmay Bhoot

    अक्तूबर 26, 2025 AT 12:33

    देखते ही रह गये, पाकिस्तान की बैटिंग तो शुरुआत से ही बिखर ही गई, उनका प्लान तो ही फेल था।

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    Aryan Singh

    अक्तूबर 29, 2025 AT 01:53

    पाकिस्तान की असफलता का मुख्य कारण शुरुआती ओवर में तेज़ गति का न होना और स्पिन के खिलाफ उचित रणनीति न बनाना था; यदि वे पहले दो ओवर में वैरिएशन लाते तो स्कोर थोड़ा बढ़ सकता था।

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