वर्तमान में भारत की भारतीय महिला क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे टी20I टूर में बेहतरीन फॉर्म में है। दो मैचों में उन्होंने 2-0 की स्पष्ट बढ़त बना रखी है, जिसमें दूसरा मैच ब्रिस्टल में 24 रनों का अंतर रहा। टीम ने 181/4 का लक्ष्य सेट किया, जो आज के खेल में अक्सर जीत की ओर ले जाता है। इंग्लैंड ने 157/7 पर ही हार मानी, जिससे भारत की जीत पक्की हुई।
एन्मजोत कवुर ने इस जीत में अपना जलवा बिखेरते हुए 63 रन 40 गेंदों में बनाए और साथ ही 1 wicket 28 रन पर दिया। यह उपलब्धि इतिहास में पहली बार आई है कि कोई भारतीय महिला खिलाड़ी T20I में 60+ रन बनाते हुए कम से कम एक विकेट भी लेती है। इस प्रदर्शन के बाद उन्हें "प्लेयर ऑफ द मैच" का सम्मान मिला।
जेमीमा रोड्रिगेज ने भी 63 रन 41 गेंदों में जमा कर टीम के स्कोर को मजबूत किया। इनके अलावा पिच पर सभी रनों का संतुलन बना रहा, जिससे भारत की बैटिंग लाइन‑अप की गहराई स्पष्ट हुई।
टूर 28 जून से 22 जुलाई, 2025 तक चलेगा, जिसमें पाँच टी20I और उसके बाद तीन ODI मैच शामिल हैं। इन मैचों को देखकर कोचिंग स्टाफ अपनी रणनीति को परिष्कृत करना चाहता है, खासकर उन क्षेत्रों को जहाँ भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-2 की हार के बाद खामियां दिखायीं थीं।
इंग्लैंड अब बचे हुए मैचों में जीत की बाजी लगा रहा है। यदि वे अपनी लाइन‑अप को स्थिर कर सके तो भारत को जल्द ही सीरीज़ जीतने का मौका मिल सकता है। लेकिन भारत की टीम का आत्मविश्वास अभी भी ऊँचा है, क्योंकि उन्होंने पहले भी England को ODI और T20I दोनों में 2-1 से हराया है।
कप्तान हर्मनप्रीत कौर की वापसी की सम्भावना अब चर्चा का मुख्य बिंदु बन चुका है। कौर ने पिछले गेम में चोट के कारण बाहर रहें, लेकिन उनके लौटने से टीम को मध्य क्रम में स्थिरता मिल सकती है। इस निर्णय को कोचिंग स्टाफ खेल की स्थिति और खिलाड़ी की फिटनेस के आधार पर लेगा।
आखिर में इस टूर का बड़ा मकसद आईसीसी महिला ODI विश्व कप की तैयारी है। इंग्लैंड के विविध पिचों पर खेलते हुए भारतीय टीम को बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग में बहु‑आयामी अनुभव मिल रहा है, जो विश्व कप में काम आएगा। आगामी मैचों के परिणामों पर सभी की निगाहें टिकी हैं, और टीम का लक्ष्य सिर्फ़ जीत ही नहीं, बल्कि विश्व कप के लिए एक सशक्त प्लेटफ़ॉर्म बनाना है।p
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