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चिली ने भारतीय महिला फुटबॉल टीम को 0-3 से हराया, टुर्नामेंट में दो लगातार हार

चिली ने भारतीय महिला फुटबॉल टीम को 0-3 से हराया, टुर्नामेंट में दो लगातार हार

जब भारतीय महिला फुटबॉल टीम ने 29 नवंबर 2021 को ब्राज़ील के मनाउस में स्थित अमेजन एरेना में अपने दूसरे मैच में चिली का सामना किया, तो वह 0-3 से हार गई। यह हार पहले मैच में ब्राज़ील से 1-6 के बड़े नुकसान के बाद लगातार दूसरी हार थी, जिससे टीम के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे।

टुर्नामेंट का पृष्ठभूमि और महत्व

इस प्रतियोगिता को चार देशों का अंतरराष्ट्रीय महिला फुटबॉल टूर्नामेंट 2021ब्राज़ील कहा गया है। चार देशों – भारत, चिली, ब्राज़ील और वेनेजुएला – ने इस छोटे लेकिन तीव्र प्रतिद्वंद्विता में भाग लिया। भारत के लिये यह टूर्नामेंट एक प्रयोगशाला जैसा था, जहाँ युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को परखने का मौका मिला। कोच क्रिस्पिन छेत्री ने इस अवसर को अनुभव‑सत्र के रूप में देखा, इसलिए उन्होंने कई वरिष्ठ खिलाड़ी नहीं भेजे।

मैच का विस्तृत पैनोरमा

पहले टाइम में, भारत ने तेज़ शुरुआत की। 6वें मिनट में मनिषा कल्याण का शॉट सीधे चिली की गोलकीपर के हाथों में चला गया, लेकिन इससे टीम की आक्रामक जागरूकता स्पष्ट हुई। 13वें मिनट में चिली की मारिया रोज़ास ने दाईं ओर से क्रॉस किया, लेकिन इसे एम लिंटोइगांबी देवी ने करिश्माई बचाव किया। ठीक एक मिनट बाद, 14वें मिनट में मारिया उरुतिया ने पास को संभाला और एक तेज़ फिनिश के साथ पहला गोल कर दिया, जिससे चिली को 1-0 की बढ़त मिली।

मिडफ़िल्ड में खेल का रिद्म धीरे‑धीरे चिली के पक्ष में गया। दूसरे हाफ में 66वें मिनट में भारत ने एक अच्छी अटैकिंग मूव बनाया – मनिषा पन्ना ने गेंद को 20 साल की बदलाव खिलाड़ी डेंगमेई ग्रेस की ओर पास किया, पर शॉट को चिली की गोलकीपर एंजेलर ने बेदाग़ी से रोक दिया।

जब लग रहा था कि भारत अंतर को कम कर सकेगा, चिली ने 84वें मिनट में इसिदोरा हर्नांदेज़ को गोल अवसर दिया, और दो मिनट बाद करन अराया ने आखिरी पैनल को मार दिया। इस दो‑गोल की बाढ़ ने भारत के सपनों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया, और मैच 0-3 पर समाप्त हुआ।

टीम में किए गए बदलाव और युवा शक्ति

ब्राज़ील के खिलाफ पहले मैच में टीम ने तीन प्रमुख बदलाव किए थे:

  • गोलकीपर अदिति चौहान की जगह एम लिंटोइगांबी देवी को मौका मिला।
  • डिफेंडेर्स कमला देवी और डेंगमेई ग्रेस को क्रमशः मार्टिना थोकचोम और मनिषा पन्ना से बदल दिया गया।

इन बदलावों से स्पष्ट होता है कि कोच ने युवा प्रतिभाओं को प्राथमिकता दी। 20‑वर्षीय डेंगमेइ ग्रेस, 18‑वर्षीय मार्टिना थोकचोम और 19‑वर्षीय मनिषा पन्ना अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाने के करीब हैं।

कोच और खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएँ

मैच के बाद क्रिस्पिन छेत्री ने कहा, "हमें अपने सीनियर खिलाड़ियों की कमी महसूस हुई, पर यह अनुभव हमारी युवा शक्ति के विकास में निवेश है। अगले मैच में हम वेनेजुएला के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करेंगे।" उन्होंने यह भी जोड़ दिया कि विरोधी टीम की तकनीकी श्रेष्ठता को देखते हुए भारतीय टीम को रूख‑बदलना पड़ेगा।

हायलाइट में रहे गोलकीपर लिंटोइगांबी ने आत्मविश्वास से कहा, "मैंने अपनी पूरी कोशिश की, लेकिन टीम को ज्यादा समन्वित खेलने की जरूरत है।" दूसरी ओर, चिली की स्ट्राइकर मारिया उरुतिया ने अपनी टीम की रणनीति की प्रशंसा करते हुए कहा, "हमने शुरुआती मिनटों में दबाव बनाया और वही जीत का कारण बना।"

भविष्य की दिशा और अगले मैच की तैयारियाँ

अंतिम मैच 2 दिसंबर 2021 को वेनेजुएला के खिलाफ तय है। यह मैच भारतीय टीम के लिए आत्मविश्वास पुनः स्थापित करने का मुख्य अवसर होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि युवा खिलाड़ियों को स्थिर पोज़ीशन मिलती है और कोचिंग स्टाफ टैक्टिकल लचीलापन लाता है, तो टीम की रैंकिंग में सुधार संभव है।

टुर्नामेंट की पूरी रिपोर्ट दिखाती है कि भारत अभी विकास के चरण में है, परन्तु अंतरराष्ट्रीय मंच पर निरंतर भागीदारी से युवा खिलाड़ियों को मूल्यवान सीख मिलती है। यह निरंतरता ही अंततः खेल की बुनियाद को मजबूत करेगी।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: भारतीय महिला फुटबॉल की यात्रा

भारतीय महिला फुटबॉल ने 1990 के दशक में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कदम रखा। तब से, 2014 में भारत ने एशिया कप में क्वालीफाई करने का सफल प्रदर्शन किया, और 2019 में यू-20 विश्व कप क्वालीफायर में टूर्नामेंट जीतकर नया इतिहास रचा। हालांकि, संसाधन और बुनियादी ढाँचे की कमी अभी भी मुख्य चुनौतियों में से एक है। इस प्रकार, 2021 का अमेजन एरेना टूर्नामेंट नयी पीढ़ी के लिए एक सीढ़ी बनकर उभरा।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

इस हार से भारतीय महिला टीम को क्या सीख मिलती है?

तीव्र प्रतिद्वंद्वियों के सामने तकनीकी और मानसिक दोनों पहलुओं में सुधार की необходимость स्पष्ट हुई। युवा खिलाड़ियों को अधिक अंतरराष्ट्रीय मैचों में भाग लेने का माहौल मिलना चाहिए, ताकि दबाव के तहत खेलना सीख सकें।

अगला मैच कौन सी टीम के खिलाफ है और कब होगा?

भारतीय महिला फुटबॉल टीम अपना अंतिम टुर्नामेंट मैच 2 दिसंबर 2021 को वेनेजुएला के खिलाफ खेलेगी। इस मैच में टीम को अपना स्कोर सुधारने और आत्मविश्वास बढ़ाने का अच्छा मौका मिलेगा।

कोच क्रिस्पिन छेत्री ने टीम के भविष्य के बारे में क्या कहा?

छेत्री ने कहा कि युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव देना दीर्घकालिक विकास की कुंजी है, और वे अगले सप्ताह में प्रशिक्षण शिविर के साथ रणनीतिक बदलाव लाने की योजना बना रहे हैं।

क्या भारत और चिली के बीच इस टूर्नामेंट में पहले भी मुकाबले हुए हैं?

हाँ, 2019 में दोनों टीमों ने दक्षिण एशिया महिला फ़्रेंडली टुर्नामेंट में मुलाकात की थी, जहाँ चिली ने 2-1 से जीत दर्ज की थी। इससे इस नई टुर्नामेंट में भी चिली की फ़ॉर्म बना रहा।

टुर्नामेंट के विजेता कौन बनेगा?

ब्राज़ील ने अपने दो जीत के बाद पहले स्थान पर पहुंच बना रखा है, परंतु अंतिम मैच के परिणामों के आधार पर टॉप दो स्थानों पर बदलाव संभव है।

टैग: भारतीय महिला फुटबॉल चिली अमेजन एरेना क्रिस्पिन छेत्री टुर्नामेंट

10 टिप्पणि

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    Manish kumar

    अक्तूबर 22, 2025 AT 19:06

    पहला मैच देख के दिल में एक ज़ज्बा जागा, भारत को अभी बहुत सीखना है। हर खिलाड़ी ने कोशिश दिखाई, लेकिन अंतराल साफ़ दिख रहा था। अगली बार टैक्टिक्स पर काम करके हम वापसी करेंगे।

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    Divya Modi

    अक्तूबर 27, 2025 AT 10:13

    विचार करने लायक बिंदु: युवा प्रतिभा का एक्सपोज़र टीम की दीर्घकालिक मजबूती को बढ़ाता है 😊। तकनीकी ग्रुप में सुधार के लिए एनोमिक एनालिसिस आवश्यक है।

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    ashish das

    नवंबर 1, 2025 AT 01:19

    भविष्य की योजना में संरचनात्मक विकास को प्राथमिकता देना आवश्यक है; इस संदर्भ में प्रशिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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    vishal jaiswal

    नवंबर 5, 2025 AT 16:26

    कुल मिलाकर प्रदर्शन में वैरिएबिलिटी स्पष्ट थी, विशेषकर डिफेन्सिव कोऑर्डिनेशन में। फेज़ ट्रांज़िशन पर अतिरिक्त अभ्यास से सुधार संभव है।

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    Amit Bamzai

    नवंबर 10, 2025 AT 07:33

    मैच की शुरुआत में भारत ने तेज़ फ्रंटलाइन अटैक किया, जिसमें कई खिलाड़ी ने बॉल को स्वैप किया, लेकिन चिली की सॉलिड डिफेंस ने इसे रोक दिया। पहले हाफ में मध्य क्षेत्र में कुछ कमजोरी देखी गयी, जो अक्सर बॉल लॉस की वजह बनी, इस कारण से डिफेन्ड में दबाव बढ़ा। दूसरी ओर, चिली की स्ट्राइकर ने स्पेस का सही उपयोग किया, उनका मूवमेंट क्लासिक था, जिससे कई मौके बने। भारतीय गोलकीपर ने कुछ इम्प्रूवमेंट दिखाया, लेकिन लगातार शॉट्स के सामने स्थिरता नहीं दिखा पाई। पहले टाइम के बाद कोच ने साइडलाइन पर कई बदलाव किए, जिसमें ब्लॉकों की पोज़ीशनिंग को बदला गया, लेकिन यह बदलाव देर से आया। दूसरे हाफ में टीम ने बॉर्डर किक से प्रोएक्टिवली प्ले किया, फिर भी क्विक ट्रांसिशन में समय बर्बाद हुआ। चिली के मिडफ़ील्डर ने हाई प्रेसिंग लागू की, जिससे भारतीय डिफेन्स को अतिरिक्त वर्कलोड मिला। इस दबाव के तहत कई डिफेंडर नॉइज़िंग हुई, जो कंडीशनिंग की कमी को दर्शाती है। मध्य क्षेत्र में पास की क्वालिटी भी कम थी, अक्सर लघु पास में ही इंटरसेप्शन हुआ। फुल-फ़ीटर्स में टीम ने वैरिएशन की कोशिश की, पर डिफेन्डर की रोटेशन ने तालमेल बिगाड़ा। फ्री किक स्थितियों में चिली की सेट पीस बेहतर रही, उनका सैंपलिंग तंत्र अधिक सटीक था। भारतीय राइटर ने अपने किक को एंगल करने की कोशिश की, पर लक्ष्य से बाहर गया। अंत में, दो गोलों के बाद टीम की मोरल में गिरावट आई, जिससे अंतिम मिनट में एरिया में रीडेफ़न्सिव एरर बढ़ गई। इस हार से स्पष्ट है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए फ़िटनेस, टैक्टिकल डिसिप्लिन और टीम सायनेसिस को संगठित करना होगा। भविष्य में यदि युवा खिलाड़ियों को निरन्तर इंटरनॅशनल एक्सपोज़र मिले, तो इस तरह के गैप को पाटने में मदद मिलेगी। उज्ज्वल भविष्य की आशा के साथ, हमें इस अनुभव को लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म बनाकर आगे बढ़ना चाहिए।

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    ria hari

    नवंबर 14, 2025 AT 22:39

    कोच के तौर पर मैं कहूँगी, ये हार सीखने का एक मौका है, अब हमें सॉलिड प्लान के साथ वापस आना चाहिए।

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    Alok Kumar

    नवंबर 19, 2025 AT 13:46

    ऐसे मैच में देखो तो लगता है कोच ने बेसिक स्ट्रैटेजी ही नहीं समझी, प्ले बुक में फालतू टेक्टिक्स भरे हुए हैं।

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    Nitin Agarwal

    नवंबर 24, 2025 AT 04:53

    जवाबदेही का अभाव स्पष्ट है।

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    Ayan Sarkar

    नवंबर 28, 2025 AT 19:59

    वास्तव में ये हार पीछे के शैडो नेटवर्क की मार है, अंतरराष्ट्रीय फ़ेडरेशन ने टीम को दमन करने के लिए इस तरह के स्कोर को नियोजित किया।

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    Amit Samant

    दिसंबर 3, 2025 AT 11:06

    अगले मैच में हम रणनीतिक बदलाव करके, विशेषकर डिफेन्सिव सेट‑अप को मजबूत करके, प्रदर्शन को सुधारेँगे; यह हमारी विश्वसनीयता को पुनर्स्थापित करेगा।

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