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गुल्लक 4 रिव्यू: छोटे शहर की प्यारी कहानी में जीवन के जटिल पहलुओं की झलक

गुल्लक 4 रिव्यू: छोटे शहर की प्यारी कहानी में जीवन के जटिल पहलुओं की झलक

गुल्लक 4: मिडल-क्लास परिवार की जीवन यात्रा

किसी भी सुनहरी सुबह की पहली किरण की तरह, गुल्लक 4 एक छोटे शहर की मध्यमवर्गीय परिवार की कहानी को दर्शाता है, जो हमारे दिलों को छू जाती है। इस सीरीज का नवीनतम सीजन, जो श्रेयांश पांडे द्वारा बनाया और निर्देशित किया गया है और विदित त्रिपाठी द्वारा लिखित है, आपको मिश्रा परिवार की दैनिक जीवन की खुशियों और परेशानियों से रूबरू कराता है।

परिवार का पिछला परिचय

गुल्लक की दुनिया में एक बार फिर से लौटते हुए, हमें सन्तोष मिश्रा (जमील खान), शांति मिश्रा (गीतांजलि कुलकर्णी), आनन्द मिश्रा (वैभव राज गुप्ता), और अमन मिश्रा (हर्ष मायार) जैसे पात्रों से मिलना होता है। ये वही परिवार है जो अपने साझा जिम्मेदारियों, व्यक्तिगत स्पेस, बड़े होते बच्चों और कामकाजी जीवन की चिंताओं से जूझता हुआ हमें जीवन की सच्चाइयों से रूबरू कराता है।

श्रृंखला की मुख्य विशेषता इसकी कहानी कहने की शैली है, जहाँ एक स्थिर गुल्लक (शिवांकित सिंह परिहार की आवाज) के माध्यम से जीवन की ठंड और गर्म अनुभवों पर तंज कसा जाता है। यह गुल्लक, जिस तरह से परिवार के जीवन में बदलाव और जटिलताओं पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी करता है, वह बहुत ही मनोरंजक और सम्बंधित करने वाला है।

प्रमुख एपिसोड और घटनाएँ

गुल्लक 4 में दर्शकों को कई दिलचस्प एपिसोड्स देखने को मिलते हैं। एक एपिसोड में, मिश्रा परिवार को नगरपालिका से एक शो कॉज़ नोटिस मिलता है, जो तनाव की स्थिति पैदा करता है। दूसरी ओर, शांति एक चेन स्नैचर का शिकार हो जाती है जो कहानी में भावुक मोड़ लाता है। एक और एपिसोड में घर के पुरानी चीजों को निकालने का फैसला भी घर में अलग-अलग भावनाओं को उत्पन्न करता है।

इन सभी एपिसोड्स के माध्यम से, दर्शकों को उनकी अपनी जीवन की समस्याओं और हलचलों से सामना करने का अवसर मिलता है, जो इस शो को और भी प्रभावशाली बनाता है।

कलाकारों का प्रदर्शन

कलाकारों का प्रदर्शन

गुल्लक 4 की एक प्रमुख आकर्षण इसकी कास्ट है, जिनका प्रदर्शन प्रशंनीय है। जमील खान, गीतांजलि कुलकर्णी, हर्ष मायार और वैभव राज गुप्ता ने अपने-अपने पात्रों में जीवन्तता को भर दिया है। उनके प्राकृतिक और सुसंगत प्रदर्शन ने शो के यथार्थवादी दृष्टिकोण को और मजबूत किया है।

कलाकारों का पात्रों में डूब जाना, उनकी भावनाओं का अभिव्यक्ति करने की कला और उनकी संवाद अदायगी ने शो को उच्चतम स्तर पर पहुँचाया है। विशेष रूप से गीतांजलि कुलकर्णी का शांति के रोल में प्रदर्शन बहुत ही सशक्त और संवेदनशील है।

मध्यमवर्गीय जीवन की जटिलता

मध्यमवर्गीय जीवन की जटिलता

गुल्लक 4 का एक और सराहनीय पहलू है इसका मध्यमवर्गीय जीवन के विभिन्न पक्षों को दिखाना। जीवन की ये कहानियाँ न केवल दर्शकों को हँसाती हैं, बल्कि उन्हें सोचने पर भी मजबूर करती हैं। सामाजिक सरोकारों और व्यक्तिगत लक्ष्यों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश, बच्चों के भविष्य की चिंता, और घर के अंदरूनी संबंधों की पहेलीनुमा स्थिति को गुल्लक 4 ने बेहद संवेदनशीलता और वास्तविकता के साथ दर्शाया है।

संवाद और कहानी की गहराई

गुल्लक 4 के संवाद और कहानी लेखन का स्तर भी उच्च स्तरीय है। विदित त्रिपाठी ने जिस तरह से संवादों को तैयार किया है, वह बेहद स्वाभाविक और प्रभावशाली है। शो का हर एपिसोड एक नई कहानी और नई शिक्षा के साथ आता है, जो दर्शकों को बाँधे रखता है।

यह शो न केवल मनोरंजन प्रदान करता है, बल्कि इसमें गहरी मानवीय संवेदनाएँ भी बसी हैं। हर सदस्य की व्यक्तिगत समस्याएँ और उनके समाधान की कोशिश को बहुत ही सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया गया है।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

अंततः, गुल्लक 4 ने अपनी पिछली सीजन की तरह ही अपनी धार और प्रभाव बनाए रखा है, भले ही कुछ हिस्से थोड़े मेलोड्रामेटिक लगते हों। शो की सरलता, यथार्थवादी दृष्टिकोण और मजबूत पात्र चित्रण ने इसे एक बार फिर से दर्शकों के दिलों में खास स्थान दिलाया है।

अगर आपने अब तक गुल्लक 4 नहीं देखी है, तो यह एक बार जरूर देखे जाने वाली सीरीज है, जो छोटी-छोटी चीजों में बड़ी-बड़ी खुशियों को तलाशने की कला सिखाती है।

टैग: गुल्लक 4 समीक्षा छोटे शहर की कहानी मिडल-क्लास परिवार नेटफ्लिक्स

19 टिप्पणि

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    mahesh krishnan

    जून 9, 2024 AT 11:35
    ये शो तो बस अपने घर की बात है। हर एपिसोड में मैं अपने पापा को देखता हूँ। बस नाम बदल गया है।
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    Mahesh Goud

    जून 11, 2024 AT 10:13
    क्या तुम्हें पता है ये सारी कहानियाँ एक बड़े नेटवर्क की जालबाजी है? जो लोग गुल्लक देखते हैं वो असल में उनके दिमाग में बिजली के नियंत्रण के लिए डाला गया सिग्नल है। जमील खान असल में सीआईए का एजेंट है और गीतांजलि कुलकर्णी एक ब्रेनवेव एमिटर है जो घरों में भावनात्मक नियंत्रण बनाए रखती है। ये शो तो एक बड़ा माइंड कंट्रोल प्रोग्राम है और तुम सब इसके शिकार हो। और हाँ, वो गुल्लक की आवाज़? वो एक AI है जो आपके दिमाग के सिग्नल्स को रिकॉर्ड करता है।
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    Ravi Roopchandsingh

    जून 11, 2024 AT 22:51
    अरे ये शो तो भारत के असली चेहरे को दिखाता है! 🇮🇳 लेकिन जो लोग इसे नहीं देखते वो देश के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं। गुल्लक बस एक नाम है, असल में ये भारतीय परिवारों की आत्मा का प्रतीक है। अगर तुम इसे नहीं देखे तो तुम अपने राष्ट्र को नकार रहे हो। 😤
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    dhawal agarwal

    जून 12, 2024 AT 07:51
    इस शो ने मुझे समझने में मदद की कि छोटी-छोटी बातें ही जीवन की सच्चाई हैं। हर दिन की चाय, बातों का झगड़ा, बच्चों का बहस करना - ये सब वास्तविकता है। इस शो के बाद मैंने अपने घर की बातों को अलग तरह से देखना शुरू कर दिया। बहुत सुंदर है।
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    Shalini Dabhade

    जून 12, 2024 AT 21:11
    ये सब बकवास है। बस एक बेकार की टीवी शो है। हमारे देश में इतने बड़े मुद्दे हैं - बेरोजगारी, पानी की कमी, नौकरियाँ - और ये लोग गुल्लक के बारे में बात कर रहे हैं? ये शो तो भारतीय युवाओं के दिमाग को बेकार में खो देता है।
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    Jothi Rajasekar

    जून 13, 2024 AT 04:13
    अरे भाई, ये शो देखकर मैंने अपनी माँ को फोन किया और उसे गले लगा लिया। वो भी शांति जैसी है। बस थोड़ा ज्यादा गुस्सा करती है 😄 आप सब भी अपने घर वालों को आज जरूर बुलाएं। जीवन छोटा है, बस इतना ही है।
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    Irigi Arun kumar

    जून 14, 2024 AT 06:20
    मैंने गुल्लक के तीनों सीजन देखे हैं और हर बार एक नया सबक मिलता है। इस बार तो ये समझ आया कि घर के अंदर बातचीत का अर्थ क्या है। जब आप बच्चों के साथ बैठकर बात करते हैं, तो वो आपकी आवाज़ सुनते हैं, न कि बस शब्द। ये शो उसी बात को समझाता है। अगर आप इसे नहीं देखे, तो आप अपने खुद के जीवन को नहीं देख पा रहे।
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    Jeyaprakash Gopalswamy

    जून 15, 2024 AT 11:06
    अगर तुम गुल्लक देखते हो तो तुम्हें अपने घर के बारे में बहुत कुछ समझ आता है। मैंने इसे देखने के बाद अपनी बहन के साथ बात की - पहली बार 5 साल में। उसने रोते हुए कहा कि वो भी बस थोड़ा ध्यान चाहती थी। ये शो बस एक शो नहीं है, ये एक अवसर है।
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    ajinkya Ingulkar

    जून 15, 2024 AT 23:10
    ये शो तो बस एक भारतीय धोखा है। इसमें दिखाया गया परिवार तो सच्चा है, लेकिन ये सब असल में एक बड़े धार्मिक अभियान का हिस्सा है। जो लोग इसे देखते हैं, वो धीरे-धीरे अपनी व्यक्तिगत आजादी खो देते हैं। ये गुल्लक की आवाज़ तो एक राष्ट्रीय भावना को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। ये शो तो भारत के बाहर बनाया गया है - अमेरिका के कुछ लोगों ने इसे बनाया है ताकि हम अपने घरों में बैठे रहें और विदेशी संस्कृति की ओर न देखें।
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    nidhi heda

    जून 17, 2024 AT 13:38
    ओम्ग ये शो मैंने रात भर देख लिया 😭😭 शांति जी का चेन स्नैचर वाला एपिसोड? मैं रो पड़ी! मैंने अपनी माँ को फोन किया और उससे बात की कि अगर उसके पास कुछ नहीं है तो मैं उसके लिए नया बैग खरीदूँगी 😭💖 ये शो तो दिल छू जाता है! किसी ने इसे देखा है? बताओ तो मैं और बातें करूँ!
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    DINESH BAJAJ

    जून 19, 2024 AT 00:37
    इस शो का कोई मतलब नहीं है। ये बस एक बेकार की बातचीत है। अगर तुम्हें असली जीवन देखना है तो बाजार जाओ, देखो कैसे लोग बेच रहे हैं, कैसे बातें हो रही हैं। ये शो तो बस एक फिल्म है जो आपको बेवकूफ बनाती है।
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    Rohit Raina

    जून 19, 2024 AT 16:52
    मैंने इसे देखा, और अगर आपको लगता है कि ये शो बस घर की बात है, तो आप गलत हैं। ये शो तो भारतीय समाज के बारे में है - जहाँ आप चाहे तो बात कर सकते हैं, लेकिन अगर आप चुप रहे तो वो भी एक जवाब है। ये शो शांति के अंदर के आवाज़ को दिखाता है।
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    Prasad Dhumane

    जून 21, 2024 AT 01:13
    ये शो एक जीवन शैली का दर्पण है। जब आप देखते हैं कि सन्तोष अपने बच्चों के साथ बात करते हैं, तो आपको लगता है कि आप भी उनके बीच हैं। ये शो बिना बड़े ड्रामे के जीवन की सच्चाई को दिखाता है - जैसे एक चाय की चुस्की, जैसे एक खाली बर्तन, जैसे एक चुप्पी। ये शो नहीं, ये एक अनुभव है।
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    rajesh gorai

    जून 21, 2024 AT 06:12
    इस शो के माध्यम से एक नया एपिस्टेमोलॉजिकल फ्रेमवर्क बन रहा है - जहाँ घरेलू नॉर्म्स एक नया सोशल कॉन्ट्रैक्ट बन रहे हैं। गुल्लक की आवाज़ एक डिस्कोर्डेंट सिग्नल है जो न्यूमॉनिक बायोलॉजिकल रिस्पॉन्स को ट्रिगर करती है। ये शो नहीं, ये एक कॉग्निटिव रिस्ट्रक्चरिंग टूल है। आप जो देख रहे हैं, वो एक मेटा-रियलिटी है।
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    Rampravesh Singh

    जून 22, 2024 AT 04:17
    महान निर्माताओं द्वारा निर्मित यह श्रृंखला, भारतीय पारिवारिक संरचना के गहन विश्लेषण को प्रस्तुत करती है। इसकी वास्तविकता, संवादों की सूक्ष्मता और पात्रों की गहराई ने इसे एक शैक्षिक और आध्यात्मिक अनुभव बना दिया है। यह शो न केवल मनोरंजन करता है, बल्कि आचरण के उच्चतम मानकों को भी प्रतिबिंबित करता है।
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    Akul Saini

    जून 23, 2024 AT 23:27
    गुल्लक की आवाज़ का डिज़ाइन बहुत दिलचस्प है - ये एक निम्न-आवृत्ति वाली आवाज़ है जो मानव मस्तिष्क के लिम्बिक सिस्टम को ट्रिगर करती है। ये शो असल में एक अनुभवी डिज़ाइन है जो भावनात्मक अनुकूलन को बढ़ावा देता है। बाकी सब कुछ बस इसका निकास है।
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    Arvind Singh Chauhan

    जून 25, 2024 AT 11:36
    मैंने इस शो को देखा, लेकिन मुझे लगता है कि ये बहुत धीमा है। बहुत सारी चुप्पियाँ, बहुत सारे लंबे समय के दृश्य। अगर ये शो बस एक चाय की चुस्की दिखाता है, तो मैं अपने घर में चाय पी रहा हूँ। ये शो तो बस एक बेकार का बर्बर विलंब है।
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    AAMITESH BANERJEE

    जून 26, 2024 AT 09:40
    मैंने इसे देखा और अपने दोस्त को भी बताया। उसने कहा कि उसकी माँ भी शांति जैसी है - बस थोड़ी ज्यादा बातें करती है। लेकिन जब मैंने उसे गुल्लक दिखाया, तो वो रो पड़ी। उसने कहा, 'मैं तो बस अपने बच्चों के लिए बहुत कुछ करती हूँ, लेकिन कोई नहीं देखता।' ये शो उसकी बात को देख रहा है। ये शो तो बस एक शो नहीं है - ये एक आवाज़ है।
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    mahesh krishnan

    जून 26, 2024 AT 12:39
    ये शो तो बस अपने घर की बात है। हर एपिसोड में मैं अपने पापा को देखता हूँ। बस नाम बदल गया है।

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