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Midwest IPO 1.84 रुपये सब्सक्राइब, Tata Capital और LG Electronics ने की बड़ी लिस्टिंग

Midwest IPO 1.84 रुपये सब्सक्राइब, Tata Capital और LG Electronics ने की बड़ी लिस्टिंग

जब Midwest Ltd. ने 15 अक्टूबर 2025 को अपना ₹451 करोड़ का IPO खोल दिया, तो बाजार में हलचल शुरू हो गई; उसी हफ्ते Tata Capital Limited और LG Electronics India की लिस्टिंग ने पूरी इंडियन प्राइमरी मार्केट को "मेगा लिस्टिंग सवेरा" बना दिया। यह सब इस तथ्य के कारण है कि Midwest का IPO कुल 1.84 गुना सब्सक्राइब हुआ, जबकि Tata Capital और LG Electronics ने क्रमशः अपनी‑अपनी मार्केट कैप को नई ऊँचाइयों पर ले जा कर निवेशकों का दिल जीत लिया। इस सब का असर सीधे छोटे‑वित्तीय योजक, संस्थागत निवेशकों और उन कर्मचारियों तक पहुँचा जो इस उद्योग में काम कर रहे हैं।

पृष्ठभूमि और बाजार परिदृश्य

2025‑24 वित्तीय वर्ष में भारतीय स्टॉक मार्केट ने कई उतार‑चढ़ाव देखे, परन्तु आईपीओ की धारा लगातार मजबूत रही। वीर शर्मा (ETMarkets.com के विश्लेषक) के अनुसार, इस साल की पहली क्वार्टर में कुल 12 बड़ी सार्वजनिक पेशकशें हुईं, जिनमें से मध्यम आकार की कंपनियों का हिस्सा 45 % से अधिक था। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि निवेशकों ने बेहतर प्रॉस्पेक्टस, स्पष्ट उपयोग‑उद्देश्य और पारगमन‑सहज डिविडेंड नीति की तलाश में थे। इसी प्रवृत्ति का सीधा असर Midwest, Tata Capital और LG Electronics जैसे दिग्गजों पर पड़ा।

Midwest Ltd. का IPO विवरण

हैदराबाद, तेलंगाना के हैदराबाद में स्थित इस कंपनी को देश‑विदेश में ब्लैक गैलेक्सी ग्रेनाइट के प्रमुख निर्यातक के रूप में जाना जाता है, जहाँ 2025‑26 में उसका निर्यात बाजार‑शेयर 64 % तक पहुंच गया। इस सप्ताह का Midwest IPO Subscriptionहैदराबाद कुल ₹451 करोड़ के इश्यू में 250 करोड़ की नई इश्यू और 201 करोड़ की ऑफर‑फॉर‑सेल (OFS) शामिल थी। मूल्य बैंड ₹1,014‑₹1,065 पर था और न्यूनतम निवेश ₹14,910 (14 शेयर) निर्धारित किया गया।

सब्सक्रिप्शन के आंकड़े कुछ इस प्रकार थे:

  • क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs): 0.50 गुना
  • नॉन‑इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs): 4.17 गुना
  • रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स (RIIs): 1.60 गुना
  • कर्मचारी (Employees): 2.54 गुना

इसे चलाने वाले बुक‑रनिंग लीड मैनेजर्स में DAM Capital Advisors, Intensive Fiscal Services और Motilal Oswal Investment Advisors शामिल थे; रजिस्ट्रार का काम Kfin Technologies ने संभाला।

इश्यू की रोएड‑मैप इस प्रकार निर्धारित है:

  1. ₹130 करोड़ – क्वार्ट्ज प्रोसेसिंग प्लांट के फेज‑II विस्तार हेतु ‘Midwest Neostone’ में निवेश
  2. ₹25.7 करोड़ – इलेक्ट्रिक डम्प ट्रकों की खरीद
  3. ₹3.25 करोड़ – कुछ खानों में सोलर पावर की एकीकरण
  4. ₹53.8 करोड़ – मौजूदा कर्जों का पुनर्भुगतान
  5. बाकी – सामान्य कॉरपोरेट प्रयोजन

इश्यू की कुल रक्कम में से एंकर इन्वेस्टर्स ने 14 अक्टूबर को ही ₹135 करोड़ की बुकिंग कर ली, जिससे इस इश्यू की शुरुआती कवरेज मजबूत थी।

Tata Capital और LG Electronics की सूची

Tata Capital Limited ने 13 अक्टूबर को अपना ₹15,511 करोड़ का इश्यू लॉन्च किया, मूल्य ₹326 प्रति शेयर तय हुआ। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) स्थिर रहने के कारण कई निवेशकों को लगता है कि यह स्टॉक लिस्टिंग के बाद काफी हद तक इश्यू प्राइस के आसपास ट्रेड करेगा।

दूसरी ओर, LG Electronics India ने 14 अक्टूबर को अपने ₹11,607 करोड़ के इश्यू को लॉन्च कर इतिहास रचा – तीन दिनों में कुल ₹4 लाख करोड़ से अधिक की सब्सक्रिप्शन, यानी 54 गुना ओवरसब्सक्राइब्ड। यह आंकड़ा न केवल भारत में विदेशी इक्विटी इश्यू की सीमा को पुनः परिभाषित करता है, बल्कि LG के भारत में स्मार्ट एलेकट्रॉनिकवर्गीकरण को भी सुदृढ़ करता है।

इन दो बड़े इश्यूज़ ने छोटे निवेशकों को भी आकर्षित किया; Tata Capital के लिए रिटेल फंडिंग लगभग 30 % और LG Electronics के लिए 25 % हिस्से में उपभोक्ता वर्ग ने हिस्सा लिया।

बाज़ार की प्रतिक्रिया और अनुमान

इश्यू समाप्ति के बाद, मध्यस्थों और विश्लेषकों ने कई बिंदुओं पर प्रकाश डाला। सिक्योरिटीज एनालिस्ट रोहित अग्रवाल ने कहा, “Midwest का क्वार्ज़ेट प्लांट विस्तार भारत के इनर‑डिज़ाइन सेक्टर में एक बड़ा बूम लाने की संभावना रखता है, विशेषकर जब निर्यात मांग यूरोप और GCC में निरंतर बढ़ रही है।” उन्होंने आगे बताया कि टाटा कैपिटल की डेब्ट‑फ़ाइनेंसिंग क्षमताएँ छोटे‑उधमी उद्यमों को अस्थायी तरलता प्रदान कर सकती हैं।

LG Electronics की लिस्टिंग के बाद, शेयर बाजार में इस क्षेत्र के स्टॉक्स ने औसतन 2‑3 % का उत्थान देखा, जिससे निवेशकों को यह भरोसा हुआ कि भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में टेक‑सेक्टर का स्थान और भी महत्वपूर्ण हो गया है।

भविष्य की संभावनाएँ

Midwest के लिए अगला कदम फेज‑II विस्तार के साथ निर्यात‑आधारित राजस्व को 2026‑27 तक 20 % तक बढ़ाना है। यदि नई क्वार्ट्ज प्लांट सफलतापूर्वक चालू हो जाती है, तो कंपनी अपनी उत्पादन क्षमता को वार्षिक 150,000 टन से बढ़ाकर 200,000 टन तक ले जा सकती है।

Tata Capital को आगे की लिस्टिंग में रिटेल‑फ़ोकस्ड म्यूचुअल फंड और हाउसिंग‑लोन सेक्टर में विस्तारित करने की योजना है, जिससे शेयरधारकों को स्थायी डिविडेंड मिलने की संभावना बढ़ेगी। LG Electronics, भारत में 5G‑सहायक स्मार्ट‑डिवाइस एवं ऊर्जा‑संचयन समाधान पर फोकस जारी रखते हुए, अगले दो साल में ₹5,000 करोड़ निवेश का लक्ष्य रखता है।

संपूर्ण तौर पर, इस हफ्ते की IPO लहर भारतीय इक्विटी बाजार के लिए एक ‘बाइबैक‑मॉमेंट’ साबित हुई है – नई कीमतों, नई संभावनाओं और नई आशाओं के साथ। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे कंपनी के प्रॉस्पेक्टस में बताए गए उपयोग‑उद्देश्यों को ध्यान से पढ़ें, क्योंकि यही भविष्य के रिटर्न की कुंजी है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Midwest IPO का आवंटन कब तक तय होगा?

आवंटन प्रक्रिया 20 अक्टूबर 2025 को पूरी होने की उम्मीद है, जिसके बाद शेयरों को 23 अक्टूबर को डिमेट खातों में डिपॉजिट किया जाएगा।

Tata Capital के शेयरों पर शुरुआती कीमत क्या तय हुई?

इश्यू प्राइस ₹326 प्रति शेयर तय हुआ था और ग्रे मार्केट प्रीमियम स्थिर रहने के कारण लिस्टिंग के बाद यह कीमत बहुत अधिक नहीं बदलने की संभावना है।

LG Electronics की लिस्टिंग ने बाजार में क्या प्रभाव डाला?

LG Electronics के 54 गुना सब्सक्राइब्ड होने से भारत में विदेशी इक्विटी इश्यू की मांग में नई उत्सुकता देखी गई, और कई टेक‑स्टॉक्स ने 2‑3% की रैली देखी।

Midwest के फंड उपयोग का मुख्य उद्देश्य क्या है?

मुख्य रूप से क्वार्ट्ज प्रोसेसिंग प्लांट के फेज‑II विस्तार (₹130 करोड़) और मौजूदा कर्जों का पुनर्भुगतान (₹53.8 करोड़) के लिए फंड का उपयोग किया जाएगा।

इन IPOs का भारतीय निवेशकों पर क्या असर पड़ेगा?

व्यापक सब्सक्रिप्शन से छोटे‑वित्तीय निवेशकों को लाभ मिलने की संभावना बढ़ी है, साथ ही संस्थागत निवेशकों के लिए विविधीकृत पोर्टफ़ोलियो निर्माण के अवसर भी उत्पन्न हुए हैं।

टैग: Midwest IPO Tata Capital LG Electronics Hyderabad स्टोन उद्योग

14 टिप्पणि

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    Parth Kaushal

    अक्तूबर 15, 2025 AT 21:23

    Midwest Ltd. का IPO इस हफ्ते भारतीय बाजार में एक शानदार लहर लेकर आया है।
    1.84 गुना सब्सक्रिप्शन दर ने निवेशकों की उत्सुकता को नई ऊँचाइयों पर पहुंचा दिया।
    क्वालिफाइड संस्थागत खरीदारों का भागीदारी केवल 0.5 गुना रहा, पर यह स्पष्ट है कि रिटेल और कर्मचारी वर्ग ने इसे अविश्वसनीय रूप से भरा।
    रिटेल निवेशकों ने 1.60 गुना का सब्सक्राइब किया, जिससे यह भी पता चलता है कि छोटे पैमाने के निवेशकों की भागीदारी मजबूत है।
    कर्मचारियों का 2.54 गुना सब्सक्रिप्शन इस बात को दर्शाता है कि कंपनी के अंदरूनी विश्वास बहुत उच्च स्तर पर है।
    यह सब्सक्रिप्शन हाईलाइट यह भी दर्शाता है कि भारतीय इक्विटी बाजार में नई कंपनियों के लिए पूंजी जुटाना पहले से आसान हो गया है।
    Tata Capital और LG Electronics की लिस्टिंग ने इस माह में बाजार को और भी जीवंत बना दिया, जिससे निवेशकों को विविध विकल्प मिले।
    LG Electronics का 54 गुना ओवरसब्सक्राइब्ड होना दर्शाता है कि विदेशी ब्रांड्स को भारतीय निवेशकों से भारी समर्थन मिलता है।
    Midwest का फेज‑II क्वार्ट्ज प्लांट विस्तार 130 करोड़ रुपये के निवेश को सुरक्षित करेगा, जो निर्यात क्षमता में 20% की वृद्धि करेगा।
    फंड का एक हिस्सा 53.8 करोड़ रुपये कर्ज पुनर्भुगतान में उपयोग होगा, जो कंपनी की वित्तीय स्थिति को अधिक स्थिर बनाएगा।
    विश्लेषक रोहित अग्रवाल ने कहा है कि इस विस्तार से भारत के इनर‑डिज़ाइन सेक्टर में बूम का पूर्वानुमान है।
    Tata Capital की डेब्ट‑फ़ाइनेंसिंग छोटे उद्यमियों को तरलता प्रदान करेगी, जिससे आर्थिक विकास को गति मिलेगी।
    बाजार में इस सप्ताह की लिस्टिंग ने लगभग सभी सेगमेंट्स में 2‑3% की रैली को प्रेरित किया, जो निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।
    निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे प्रॉस्पेक्टस में बताई गई उपयोग‑उद्देश्य को ध्यान से पढ़ें, क्योंकि यही रिटर्न की कुंजी है।
    समग्र रूप में, इस हफ्ते की IPO लहर ने भारतीय इक्विटी बाजार को नई ऊर्जा दी है और भविष्य में और बड़े अवसरों का संकेत दिया है।

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    Veda t

    अक्तूबर 20, 2025 AT 12:30

    देश के निवेशक को विदेशी लिस्टिंग से आगे नहीं देखना चाहिए, हमारी कंपनियों को ही समर्थन देना चाहिए।

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    akash shaikh

    अक्तूबर 25, 2025 AT 03:36

    वाह, मध्यपश्चिम का IPO देखकर लगता है सबको अपनी बचत शेयर मार्केट में गड़ाने का नया शौक मिल गया है।
    पर असल में, क्या इन सब्सक्राइब्ड नंबरों से कंपनी की वास्तविक ग्रोथ की गारंटी होती है, इब हम देखेंगे?
    रिटेल निवेशकों को जानकारी देना ज़रूरी है कि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का योगदान बहुत कम रहा।
    इसीलिए, छोटे निवेशक को अपना रिस्क मैनेजमेंट समझना चाहिए, नहीं तो आगे चलकर डिसपॉइंट हो सकते हैं।
    चलो, मिलके इस लिस्टिंग को हेल्पफुल लर्निंग एक्सपीरियंस बनाते हैं।

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    Anil Puri

    अक्तूबर 29, 2025 AT 17:43

    बहुसंख्यक लोग तो इसे हिट मानते हैं, पर मैं कहूँगा कि ये बस मार्केट का एक टेम्पररी ट्रेंड है।
    डेटा दिखाता है कि क्वालिफाइड बायर्स का एंगेजमेंट नगण्य है, इसलिए फंड्स की क्वालिटी पर प्रश्न उठता है।
    अगर कंपनिया अपने प्रॉस्पेक्टस में फंसते-फंसते सच्ची योजना नहीं दिखा पातीं, तो सब्सक्रिप्शन कोई मायना नहीं रखता।
    आख़िर में, यह सब जॉब बनावट के पीछे का बड़ा मार्केटिंग प्ले हो सकता है।

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    poornima khot

    नवंबर 3, 2025 AT 08:50

    सबको इस IPO धूम में अपने वित्तीय लक्ष्यों को याद रखना चाहिए।
    लंबी अवधि के निवेश के लिए बुनियादी विश्लेषण करना आवश्यक है, चाहे सब्सक्रिप्शन कितनी भी ऊँची हो।
    Midwest का फेज‑II विस्तार अगर सफल रहा तो यह कंपनी को स्थायी लाभ दे सकता है।
    इसलिए, निवेशकों को प्रॉस्पेक्टस में बताए गए फंड उपयोग पर ध्यान देना चाहिए।

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    Mukesh Yadav

    नवंबर 7, 2025 AT 23:56

    क्या आप सोचते हैं कि इस सारी लिस्टिंग सिर्फ सरकार की बैकिंग प्लान नहीं है?
    मुझे लगता है कि बड़े एनजीओ और विदेशी एजेंसियां इस IPO को अपने हित में मोड़ रही हैं।
    Midwest की निर्यात योजनाओं में छुपे हुए टैक्टिकल एग्ज़िक्यूशन से हमारी अर्थव्यवस्था को नुकसान हो सकता है।
    और Tata Capital के डेब्ट‑फ़ाइनेंसिंग को भी देखो, क्या यह छोटे उद्यमियों को असली मदद देगा या फिर बड़े बैंकों को फायदा पहुंचाएगा?
    ऐसे में सच्चे निवेशक को सतर्क रहना चाहिए और हर घोषणा को डबल‑चेक करना चाहिए।

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    Yogitha Priya

    नवंबर 12, 2025 AT 15:03

    सच कहूँ तो मैं इस लिस्टिंग को नैतिक दुविधा मानता हूँ।
    Foreign कंपनियों को हमारी बाजार में लाना राष्ट्रीय आर्थिक सुरक्षा के खिलाफ है।
    LG Electronics का 54 गुना ओवरसब्सक्राइब्ड होना दिखाता है कि विदेशी पूंजी हमारे युवा निवेशकों को कैसे फँसाने की कोशिश कर रही है।
    हमें अपने घरेलू कंपनियों को प्राथमिकता देनी चाहिए, न कि इन विदेशी दिग्गजों को।

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    Rajesh kumar

    नवंबर 17, 2025 AT 06:10

    देशभक्ति की भावना में यह स्पष्ट है कि हमारी निवेशकों को विदेशी कंपनियों से दूर रहना चाहिए।
    Midwest जैसे स्थानीय उद्योग को समर्थन देना हमारे आर्थिक आत्मनिर्भरता का मूल है।
    टाटा कैपिटल की लिस्टिंग भी भारतीय वित्तीय प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करती है, न कि विदेशी समूहों को।
    ग्लोबल कंपनियों की अत्यधिक ओवरसब्सक्रिप्शन हमारे बाजार को अस्थिर कर देती है, इसलिए इसका विरोध जरूरी है।
    हमें राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देते हुए सभी निवेशकों को स्थानीय विकल्पों की ओर मार्गदर्शन करना चाहिए।
    आखिरकार, विदेशी पूंजी को सीमित कर ही हम अपनी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएँगे।

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    Bhaskar Shil

    नवंबर 21, 2025 AT 21:16

    जैसे हम जानते हैं, इश्यू की अलोकेशन मेथडोलॉजी फंड यूज़ प्लान के साथ इंटीग्रेटेड है।
    QIBs का लो यील्ड एंटी-डायल्यूशन क्लॉज़ और NIIs का हाई रिटर्न एक्सपेक्टेशन दोनों ही मॉडल को बैलेंस करते हैं।
    क्वार्ट्ज प्रोसेसिंग प्लांट फेज‑II के लिए कैपेक्स इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी को एरर‑फ्री इम्प्लीमेंटेशन चाहिए।
    इसलिए, निवेशकों को इस सभी फाइनेंशियल टर्म्स को समझ कर ही एंट्री लेनी चाहिए।

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    One You tea

    नवंबर 26, 2025 AT 12:23

    यह सब्सक्रिप्शन वास्तव में भारतीय बाजार के लिए एक सेंटिमेंटल मोमेंट है।

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    Hemakul Pioneers

    दिसंबर 1, 2025 AT 03:30

    बाजार की ये लहर हमें यह सिखाती है कि निश्चय और धैर्य दोनों जरूरी हैं।
    जब हम निवेश की दिशा चुनते हैं, तो हमें दीर्घकालिक विचार रखना चाहिए।
    Midwest का विस्तार और Tata Capital की डेब्ट‑फ़ाइनेंसिंग दोनों ही सतत विकास की ओर संकेत करते हैं।
    इसलिए, हम सभी को अपने पोर्टफ़ोलियो को संतुलित रखकर आगे बढ़ना चाहिए।

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    Shivam Pandit

    दिसंबर 5, 2025 AT 18:36

    बिल्कुल सही, इस समय में निवेशकों को सावधानी से कार्य करना चाहिए, क्योंकि बाजार की अस्थिरता हमें कई अवसर दे सकती है, लेकिन साथ ही जोखिम भी बढ़ा सकती है, इसलिए नियोजन में पारदर्शिता और संरचना होना अनिवार्य है।

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    parvez fmp

    दिसंबर 10, 2025 AT 09:43

    Yaar, Midwest ka IPO dekha? Full paisa double! 😎
    LG ka 54x subskribe dekh ke toh lagta hai sabko hamare desh ki tech ki zarurat hi nahi 😂
    Ab dekhte hain kaun kitna profit kamata hai, maza aa gaya!

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    s.v chauhan

    दिसंबर 15, 2025 AT 00:50

    चलो सब मिलकर इस लिस्टिंग से सीखें कि कैसे सही टाइम पर एंट्री ली जाए।
    ज्यादा एंट्री लगाकर पेनिट्रेट ना हों, बल्कि स्ट्रैटेजिकली छोटे हिस्से में स्टार्ट करें।
    इसे एक मोटिवेशनल केस स्टडी मानो, जिससे हमारे पोर्टफ़ोलियो की ग्रोथ को एसेलेरेट किया जा सके।
    सबको शुभकामनाएँ, आगे भी ऐसे ही धूम मचाते रहें!

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