Nvidia: दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी के सफर की कहानी
Nvidia ने तकनीकी और व्यापारिक जगत में एक नई मिसाल कायम की है। इस कंपनी ने Microsoft और Apple जैसे दिग्गजों को पछाड़ते हुए दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी का खिताब हासिल कर लिया है। Nvidia के शेयरों में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जिसके बाद इसका मौजूदा बाजार मूल्यांकन $3.34 ट्रिलियन हो गया है। यह इस कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि इस साल इसके शेयरों की कीमत में 173 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है।
 
Nvidia का समर्थन और इसके कारण
Nvidia की इतनी तेजी से बढ़ती सफलता के पीछे मुख्यतः इसके डेटा सेंटर चिप्स और ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs) की उच्च मांग है। इसके AI एप्लीकेशंस के लिए आवश्यक चिप्स ने इसे बाजार में एक नई ऊंचाई पर पहुँचाया है। Nvidia का मार्केट वैल्यू एक साल में $1 ट्रिलियन से बढ़कर $2 ट्रिलियन हुआ और फिर सिर्फ पाँच महीनों में $3 ट्रिलियन तक पहुंच गया।
 
नवीनतम आंकड़ों की बानगी
Nvidia अब दुनिया की सबसे लाभकारी सेमीकंडक्टर कंपनी है, जिसने Intel, Samsung और Taiwan Semiconductor Manufacturing Company (TSMC) को भी पछाड़ दिया है। इसके सिलिकॉन चिप्स का वैश्विक बाजार पर दबदबा है और इसके प्रमुख ग्राहक में Microsoft शामिल है।
 
Nvidia की इतिहासिक यात्रा
1993 में कैलिफ़ोर्निया में स्थापित हुई Nvidia ने 1999 में NASDAQ स्टॉक एक्सचेंज पर पदार्पण किया और 2001 में S&P 500 में शामिल हो गई। कम्पनी ने
