जब Rohit Sharma, भारत के कप्तान ने अंतिम ओवर में टीम को जीत दिलाई, तो पूरे देश ने जश्न मनाया। भारत ने ICC Champions Trophy 2025मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम में नई ज़ीलैंड को 4 विकेट से हराया, 252 रन के लक्ष्य को एक ओवर से कम में पूरा किया।
इंडिया ने पिछले 12 वर्षों में पहली बार इस ट्रॉफी को जीतने का सपना साकार किया। समूह चरण में भारत‑न्यूज़ीलैंड का पहला मिलन 2 मार्च को हुआ था, जहाँ Matt Henry ने पाँच विकेट लेकर न्यूज़ीलैंड को 250 रन पर रोक दिया था। फिर भी समूह में भारत का प्रदर्शन उतार‑चढ़ाव भरा रहा, लेकिन रोहित की तेज़ शुरुआत और पिच के अनुकूल खेल शैली ने टीम को आगे बढ़ाया।
नई ज़ीलैंड ने 252 रन का लक्ष्य निर्धारित किया, जिसमें Glenn Phillips ने एक‑हाथ के शानदार कैच से Shubman Gill को बाहर किया – इसे दर्शकों ने "भव्य ब्लाइंडर" कहा। फिर रोहित ने पहले 41 गेंदों में फिफ्टी बना ली, जिससे शुरुआती साझेदारी 105 रन की बन गई।
विराट कोहली का LBW आउट (1 रन) ने भारत को तनावपूर्ण मोड़ पर पहुंचा दिया, फिर भी रोहित का अँकऑर भूमिका ने टीम को बचाया। श्रीयास इयेर और अक्सर पटेल ने मिलकर 61‑रन का साझेदारी बनाई, जिससे लक्ष्य धीरे‑धीरे कम हुआ। आखिरी ओवर में KL Rahul ने दोहरी सीम के साथ बंधी, और आखिरी शॉट पर गेंद का चलना देख कर भारत ने जीत का जश्न मनाया।
रोहित के अलावा, Hardik Pandya ने 18 रन की तेज़ी से टीम को अंतिम मोड़ पर पहुंचाया। KL Rahul की फिनिशिंग ने टीम को सुरक्षित पारी पर पहुंचाया। नई ज़ीलैंड के लिए Michael Bracewell ने दो वीकलेट ली, जबकि Kyle Jamieson ने पांड्या को आउट कर दिया।
क्रिकेट विश्लेषक Sunil Gavaskar ने कहा, "रोहित ने इस टूर्नामेंट में सबसे बड़ा दबाव संभाला, और उनका 76 रन न केवल रन बनाते हैं, बल्कि टीम की मानसिकता बदलते हैं।" दूसरी ओर, इंग्लैंड के कोच John Wright ने टिप्पणी की, "न्यूज़ीलैंड की गेंदबाज़ी ने कई मौके बनाये, लेकिन भारत की बिन्याद के साथ सामना करने की क्षमता ने उन्हें पछाड़ दिया।"
इस जीत के बाद भारत अब विश्व कप 2027 की तैयारी में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। युवा खिलाड़ी जैसे अक्सर पटेल और श्रीयास इयेर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह पक्की की, जिससे चयनकर्ता उन्हें अधिक भरोसेमंद मानेंगे। नई ज़ीलैंड को अपनी मेडन‑ग्लॉव रणनीति को पुनः देखना पड़ेगा, खासकर लॉन्ग ऑन‑साइड पर।
टीम ने पिच के अनुसार बैटिंग और बॉलिंग दोनों में लचीलापन दिखाया। विशेष रूप से रोहित की तेज‑तर्रार शुरुआत और मध्यक्रम की स्थिर साझेदारी ने यह सिद्ध किया कि भारत अब केवल पावरप्ले पर नहीं, बल्कि पूरे 50 ओवर में संतुलित खेल दिखा सकता है।
उन्हें अपनी डेक में मध्यक्रम के विश्वसनीय बैट्समैन को मजबूत करने और क्लोज़िंग ओवर में विविधता लाने की जरूरत है। ब्रेसवेल और जेमीसन के जीन‑एंड‑टॉम्पिंग को बेहतर योजनाबद्ध करना भविष्य में मददगार रहेगा।
नई ज़ीलैंड के Matt Henry ने समूह चरण में 5 विकेट लेकर सबसे अधिक विकेट लिए। भारत की गेंदबाज़ी में Jasprit Bumrah ने आर्थिक रूप से सबसे प्रभावी रहा, लेकिन टॉप विज़र्स में नहीं थे।
जितनी आत्मविश्वास के साथ टीम ने इस फाइनल को समाप्त किया, वह अगले बड़े टूर्नामेंट – 2027 विश्व कप – में एक प्रेरक शक्ति बनेगी। युवा खिलाड़ियों की टेबल‑टॉप अनुभवी खिलाड़ियों के साथ तालमेल से भारतीय टीम की गठबंधन में स्थायित्व आएगा।
BCCI ने पहले ही घोषणा कर दी है कि युवा टैलेंट को अंतरराष्ट्रीय टूर में अधिक अवसर मिलेंगे। इस जीत ने उनकी मौजूदा चयन नीति को मजबूत किया है, जिससे अधिक उत्साहवर्द्धक और विविध स्क्वाड बन सकेगा।
© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|
Satpal Singh
अक्तूबर 5, 2025 AT 04:31भारत की जीत वाकई ऐतिहासिक है।
रोहित शर्मा की 76 तेज़ी से टीम को जोखिम में नहीं गिरने दिया।
इस जीत से हमारे युवा खिलाड़ियों की आत्मविश्वास में इजाफ़ा होगा।
आने वाले विश्व कप की तैयारी में यह जीत एक मजबूत नींव रखेगी।