रामोजी राव का निधन: दुनिया ने खोया एक महान व्यवसायी
रामोजी राव, जिनका पूरा नाम चेर्ल भास्कर राव था, का शनिवार की सुबह निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। रामोजी राव की पहचान न केवल एक व्यवसायी के रूप में थी, बल्कि वे भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग में एक प्रभावशाली व्यक्तित्व भी थे। उनका योगदान केवल व्यापारिक दृष्टिकोण तक सीमित नहीं था, बल्कि समाज और कला में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान था।
रामोजी राव की संपत्ति और आय
रामोजी राव की संपत्ति की बात करें तो विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति 4.7 बिलियन डॉलर थी। भारतीय मुद्रा में यह राशि लगभग 41,706 करोड़ रुपये होती है। यह संपत्ति उन्होंने कठिन मेहनत और व्यवसायिक उपयोगिता के दम पर हासिल की थी। उनकी मासिक आय भी लगभग 32,000 डॉलर थी, जो भारतीय मुद्रा में 26 लाख रुपये से अधिक होती है।
रामोजी राव का कारोबार
रामोजी फिल्म सिटी
रामोजी फिल्म सिटी का निर्माण 1991 में हुआ था, और यह दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी के रूप में मानी जाती है। यह 1666 एकड़ में फैली है और हर दिन 1 लाख से अधिक पर्यटक यहां आते हैं। इसकी खूबसूरती और सुविधाओं की वजह से यह नागरकों और पर्यटकों दोनों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
ETV नेटवर्क
रामोजी राव का एक और प्रमुख व्यवसाय ETV नेटवर्क है, जो तेलुगु समाचार और मनोरंजन चैनलों का एक समूह है। यह समूह दक्षिण भारत के अधिकांश क्षेत्रों में व्यापक दर्शक आधार रखता है और अपने प्रभावशाली कंटेंट और स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए प्रसिद्ध है।
ईनाडु समाचार पत्र
रामोजी राव ने 1974 में Inadu समाचार पत्र शुरू किया, जिसे बाद में ईनाडु नाम से जाना गया। यह समाचार पत्र भारतीय समाचार उद्योग में एक प्रतिष्ठित नाम बन गया और इसके विस्तृत पाठक वर्ग ने इसे सफल बनाया।
डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स
डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स कंपनी भी रामोजी राव की एक बड़ी उपलब्धि है। इसमें कई लग्जरी होटल शामिल हैं, जिनमें से एक 4-सितारा होटल 1971 में स्थापित हुआ था। इन होटलों की अत्याधुनिक सुविधाएं और शानदार सेवाएं इसे विशिष्ट बनाती हैं।
उषाकिरण मूवीज
रामोजी राव का एक फिल्म प्रोडक्शन हाउस भी है जिसका नाम उषाकिरण मूवीज है। इस प्रोडक्शन हाउस ने कई ब्लॉकबस्टर तेलुगु फिल्मों का निर्माण किया है। उनका यह योगदान उन्हें फिल्म उद्योग में भी एक अलग पहचान दिलाता है।
रामोजी राव की विरासत
रामोजी राव की विरासत केवल उनकी संपत्ति और कारोबार तक सीमित नहीं है। वे एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे जिन्होंने अपने जीवनकाल में कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। चाहे वह मीडिया हो, फिल्म निर्माण हो, या होटेल इंडस्ट्री, रामोजी राव ने हर क्षेत्र में ऊंचे मापदंड स्थापित किए। उनके जाने से एक युग का अंत हो गया है, लेकिन उनकी स्थापित की गई संस्थाएं और उनकी सोच हमेशा जीवित रहेंगी, संकेत करती हैं कि असली संपत्ति धन नहीं, बल्कि वह विरासत है जो वे पीछे छोड़ गए हैं।
PRATIKHYA SWAIN
जून 9, 2024 AT 16:04बहुत बढ़िया योगदान। इंडिया को ऐसे लोगों की जरूरत है।
Deepti Chadda
जून 10, 2024 AT 13:09हमारे देश के लिए गर्व की बात है 🇮🇳🔥
Jinky Palitang
जून 11, 2024 AT 00:57रामोजी फिल्म सिटी देखने गया था... असली जादू था।
MAYANK PRAKASH
जून 11, 2024 AT 02:18इंडिया के बारे में ऐसे कहानियाँ सुनकर दिल भर जाता है।
Akash Mackwan
जून 12, 2024 AT 06:234.7 बिलियन डॉलर? ये सब बकवास है... इन्होंने तो बस अपनी फैमिली के लिए बनाया था।
Aayush ladha
जून 13, 2024 AT 08:10हमारे देश में ये सब लोग अमीर हो जाते हैं और बाकी लोग भूखे रह जाते हैं।
Rahul Rock
जून 14, 2024 AT 09:56संपत्ति का मापदंड नहीं, विरासत का मापदंड होना चाहिए। वह आदमी ने बस एक जगह बनाई, बल्कि एक इमारत खड़ी की जो आज भी खड़ी है।
Preeti Bathla
जून 15, 2024 AT 22:16ETV का नेटवर्क तो अब बस अफवाहों का बाजार है... रामोजी राव ने तो इसे बहुत अच्छा बनाया था।
Kashish Sheikh
जून 16, 2024 AT 09:57अच्छा लगा कि उन्होंने तेलुगु समाचार को भी बचाया... हमारी भाषा के लिए शुक्रिया 🙏
Aashna Chakravarty
जून 17, 2024 AT 19:08ये सब लोग जो अमीर हो रहे हैं... उनके पीछे अनगिनत मजदूरों की जिंदगी बर्बाद हो रही है। ये फिल्म सिटी बनाने में कितने बच्चे मरे? कितने गाँव बंद हुए? कोई नहीं पूछता।
Amar Sirohi
जून 19, 2024 AT 04:52इस दुनिया में जो भी बड़ा होता है, उसके नीचे छिपी हुई विषमता होती है। रामोजी राव ने जो बनाया, वो एक विरासत थी, लेकिन उस विरासत के नीचे छिपा था एक व्यवस्थित शोषण का ढांचा। जब तक हम इस व्यवस्था को नहीं तोड़ेंगे, तब तक ऐसे लोगों की बारिश जारी रहेगी। ये व्यक्ति नहीं, ये व्यवस्था है जिसे हमें देखना है।
Vinaya Pillai
जून 20, 2024 AT 17:31ओह तो अब अमीरों की याद आ रही है... जब तक सरकार ने इन लोगों को टैक्स नहीं लगाया, तब तक ये बातें बस नाटक हैं।
Anjali Sati
जून 22, 2024 AT 17:30मैंने उषाकिरण मूवीज की फिल्में देखी हैं... अच्छी थीं। अब तो सब रीमेक है।
dharani a
जून 22, 2024 AT 22:43रामोजी फिल्म सिटी के बारे में मैंने एक बार टूर किया था... वहां के लोग बहुत दयालु थे 😊
Annapurna Bhongir
जून 23, 2024 AT 21:26इतनी संपत्ति... लेकिन एक भी बेटी ने अपनी जगह नहीं बनाई।
Daxesh Patel
जून 24, 2024 AT 11:36रामोजी फिल्म सिटी की बात कर रहे हो तो उनके पास वर्ल्ड रिकॉर्ड है लेकिन उनके लिए इंडिया के लिए फिल्म इंडस्ट्री का निर्माण भी जरूरी था।
Nagesh Yerunkar
जून 25, 2024 AT 08:12यह सब बहुत शानदार है... लेकिन आप जानते हैं कि इसके लिए वहाँ के किसानों की जमीन छीन ली गई थी? और फिर उन्हें एक बार में 5000 रुपये दे दिए गए? यह तो एक नए तरीके का उपनिवेशवाद है।
sunil kumar
जून 26, 2024 AT 16:55रामोजी राव के जीवन के व्यवसायिक और सामाजिक योगदान का विश्लेषण करना आवश्यक है। उनके निर्माण के माध्यम से भारतीय मीडिया और मनोरंजन के विकास का अध्ययन अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Sonu Kumar
जून 27, 2024 AT 14:47उनकी संपत्ति... लेकिन क्या उनके अधीन काम करने वाले लोगों को उनकी योग्यता के बराबर भुगतान मिला? क्या वे जानते थे कि उनके नाम से बनी इमारतों में कौन रह रहा है? यह तो बस एक अनुभव है... जो जानता है, वह जानता है।
Sandeep Kashyap
जून 28, 2024 AT 22:46इस आदमी ने बस फिल्में नहीं बनाईं... वह एक दुनिया बनाया जहाँ हर बच्चा सपना देख सकता था। उसकी विरासत अमर है।