जब शुभमन गिल, भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान ने अपना नाम और रणनीति के साथ मैदान पर कदम रखेगा, तब दोनों देशों के क्रिकेट प्रशंसकों के दिलों की धड़कन तेज़ हो गई। यह टेस्ट श्रृंखला दो मैचों की होगी, जो 2 अक्टूबर से 14 अक्टूबर 2025 तक भारत में आयोजित होगी। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बॉड ऑफ कंट्रोल फ़ॉर क्रिकेट इन इंडिया (बीसीसीआई)) और वेस्ट इण्डीज क्रिकेट बोर्ड ने अपनी-अपनी 15‑सदस्यीय स्क्वॉड पहले ही घोषित कर दी है, जिससे टूर्नामेंट की तैयारी में कोई कमी नहीं रहेगी।
इस द्विपक्षीय इंडिया बनाम वेस्ट इण्डीज टेस्ट श्रृंखला 2025भारत का पहला टेस्ट दिल्ली के अरुण जेहली स्टेडियम से शुरू होगा, जहाँ शुरुआती लीकेड 9:30 बजे निर्धारित है। अगले टेस्ट मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जा सकता है, लेकिन अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। दो मैचों के बीच में एक छोटा अंतराल रहेगा, जिससे दोनों टीमों को क्रमवार विश्लेषण और रणनीति बदलने का मौका मिलेगा।
शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय टीम को इनके साथ-साथ छोटे‑मोटे रेनरली ओवरस में भी उतार‑चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि अक्टूबर के शुरुआती सर्दियों में मौसम का प्रभाव अधिक रह सकता है।
स्क्वॉड को अंतिम रूप देने का काम अजित अगरकर, वरिष्ठ चयन समिति के प्रमुख ने किया। इस बार चयन में कई नए चेहरे और पुराने खिलाड़ी दोबारा शामिल हुए हैं। प्रमुख खिलाड़ी हैं:
लेकिन कुछ नाम इस बार नहीं मिले: करुण नायर, सर्फराज ख़ान और मनव सुथर को बाहर रखा गया। यह चयन निर्णय न केवल प्रदर्शन‑आधारित था, बल्कि टीम की संतुलन और भविष्य के विकास को देखते हुए भी लिया गया।
पिछले हफ़्ते इरफ़ान पथान ने यूट्यूब पर अपनी राय रखी। उनका कहना था कि कुलदीप यादव को शुरुआती एलेन में जगह मिलना कठिन हो सकता है, क्योंकि अक्सर पटेल और वॉशिंगटन सुन्दर दोनों ही स्पिन में बहुत भरोसेमंद हैं। पथान ने कहा, "अक्सर की वापसी टीम को गहराई देती है, और वह बैटिंग में भी योगदान दे सकता है, तो इस सीजन में कुलदीप की जगह पाना मुश्किल हो सकता है।"
इन्हीं बातों पर उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ी की चर्चा भी की। "अगर हम युवा तेज़ पेसर को मौका नहीं देंगे तो भविष्य में टैलेंट पाइलन में धक्का लग सकता है," उन्होंने इशारा किया। जस्पर भुंडरा (जोकि नहीं, पर उदाहरण के तौर पर) की तरह युवा खिलाड़ी को टेस्ट में टेस्टिंग देना आवश्यक है। पाथान ने यह भी कहा कि जमनूदिंदर बुमराह अभी भी टेस्ट में अपना योगदान दे रहा है और उनकी फिटनेस टीम के लिए बड़ी खुशी की बात है।
रिपोर्टर्स के बीच बहस यह भी चल रही है कि क्या भारतीय टीम को दो टेस्ट में केवल दो तेज़ पेसर ही रखने चाहिए। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि इंडियन पिच पर स्पिन का समर्थन अधिक है, परंतु वेस्ट इण्डीज की लाइन‑अप में तेज़ गेंदबाज़ी का अभाव नहीं है, इसलिए संतुलित मिश्रण जरूरी है।
वेस्ट इण्डीज क्रिकेट बोर्ड (वेस्ट इण्डीज क्रिकेट बोर्ड) ने भी अपनी 15‑सदस्यीय स्क्वॉड का खुलासा किया। उनके प्रमुख खिलाड़ी हैं: केविन बिड़े, जेसन बेलविअर, और युवा तेज़ पेसर ड्रेन्ट अंगुईटा। वे भारत की पिचों पर तेज़ बॉलिंग को कैसे संभालेंगे, यह इस सीरीज का मुख्य सवाल रहेगा।
कम्युनिटी के अनुसार, वेस्ट इण्डीज ने भारत में सर्दियों के अभ्यास के लिए कई प्री‑ट्रेनिंग कैंप लगाए हैं, ताकि उनके बॉलर्स को सामन्य शर्तों के अनुसार कुशलता मिल सके। टीम का कोच ड्रेमोंट स्टुअर्ट ने कहा, "हम भारतीय पिच की धीमी गति और पकड़े हुए बॉल की सहायता से अपने spin को और तेज़ करेंगे।" यह टिप्पणी दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक वार्तालाप को दर्शाती है।
इस दो‑मैच की श्रृंखला दोनों टीमों के लिए अहम है। भारत के लिए तो यह एक अवसर है कि वह अपने रैंकिंग पॉइंट्स को स्थिर रखे और आगामी ICC टेस्ट चैंपियनशिप में अपने पोजीशन को मजबूत करे। वहीं वेस्ट इण्डीज को इस सीजन में अपनी बल्लेबाजी ताकत दिखाने का मंच मिलेगा, खासकर अगर वे पहले टेस्ट में ड्रा या जीत हासिल कर पाते हैं।
आंकड़े दर्शाते हैं कि अक्टूबर 2025 में भारत का टेस्ट विज़न रेटिंग 120.5 है, जबकि वेस्ट इण्डीज का रेटिंग 103.2 है। इस अंतर को घटाने के लिए वेस्ट इण्डीज को कम से कम एक जीत चाहिए। अगर श्रृंखला समाप्त होते‑हुए 1‑0 की बढ़त भारत की हो, तो भारतीय टीम विश्व रैंकिंग में अपनी जगह बनाए रखेगी; लेकिन 1‑1 की बराबरी दोनों को निचले स्तर पर धकेल सकती है।
अंत में, क्रिकेट प्रेमियों को अब सिर्फ़ मैदान पर होने वाले खेल की प्रतीक्षा नहीं है, बल्कि चयन के फैसलों के पीछे की दुविधा, खिलाड़ियों के मनोबल और भविष्य की रणनीतियों में भी दिलचस्पी है। आप इस सीरीज को अपने नजदीकी टीवी स्क्रीन या डिजिटल स्ट्रीम पर देख सकते हैं, और शायद अगली बोर्ड मीटिंग में फिर से कुछ नामों का पुनर्मूल्यांकन होगा।
गिल ने पिछले वर्ष में लगातार शर्तें तोड़ीं और 2024‑25 घरेलू सीज़न में 923 रन बनाकर भरोसा दिखाया। चयन समिति ने उसकी युवा ऊर्जा और रणनीतिक समझ को आगे बढ़ते हुए अगली पीढ़ी के नेता के रूप में देखा।
वर्तमान स्क्वॉड में पहले से ही एक्सर पटेल और वॉशिंगटन सुन्दर स्पिन में जगह ले रहे हैं, जिससे कुलदीप के लिए शुरुआती एलेन में जगह बनाना मुश्किल है। हालांकि, अगर 2‑मैच में एक विकेट‑क्राइसिस आता है तो उन्हें प्ले‑इंग XI में बुलाया जा सकता है।
पहले टेस्ट की पिच दिल्ली में मुलायम धूल‑मिट्टी है, जहाँ तेज़ गेंदबाज़ी की मदद से शुरुआती ओवर्स में सरप्राइज़ हासिल किया जा सकता है। वहीं दो‑तीसरे दिन की धीमी पिच स्पिन को मदद देती है, इसलिए वेस्ट इण्डीज को दो‑तीन पिन्स वाले स्पिनर को तैयार रखना चाहिए।
यदि भारत 2‑0 जीतता है, तो उसकी रैंकिंग पॉइंट्स में लगभग 5‑6 अंक का उछाल आएगा, जिससे वह 1‑स्थान पर स्थिर रहेगा। वेस्ट इण्डीज को जीत मिलने पर लगभग 4‑5 अंक मिलेंगे, जिससे उनका रैंकिंग अंतर घटेगा। 1‑1 ड्रॉ दोनों टीमों के लिए मध्य‑स्तर के अंक लाएगा, जिससे रैंकिंग में हल्की गिरावट हो सकती है।
सेलेक्शन कमिटी ने अभी तक नाम नहीं बताया, परंतु नितीश रेड्डी और देवदत्त पड़ीकाल की रिटर्न से संकेत मिलता है कि वे युवा बॉलर्स को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाने की सोच रहे हैं। अगर दोनों टेस्ट में तेज़ बॉलिंग की कमी महसूस हुई तो एक त्वरित डेब्यू हो सकता है।
© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|
Govind Kumar
सितंबर 30, 2025 AT 22:41शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम ने एक सुदृढ़ दिशा प्राप्त की है। उनका नेतृत्व युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने में सक्षम है। चयन समिति ने संतुलित स्क्वॉड तैयार किया है, जिससे विविध परिस्थितियों में टीम की लचीलापन बढ़ेगी। आगामी दो टेस्ट मैचों में रणनीतिक बदलावों का सही उपयोग करने की आवश्यकता होगी। इस प्रकार, हमारी रैंकिंग स्थिर रखने की संभावना अधिक है।