ट्वेंटी-20 विश्व कप 2024 के फाइनल मैच में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए मुकाबले में एक ऐसा क्षण आया जिसने सभी को चौंका दिया। इस रोमांचक मुकाबले में भारतीय क्रिकेटर सूर्यकुमार यादव के द्वारा लिया गया एक शानदार कैच विवादों के घेरे में आ गया है। इस मामले में एक दक्षिण अफ्रीकी फैन, बेन कर्टिस, ने दावा किया है कि कैच के दौरान यादव का पैर सीमा रेखा को छू गया था, जिससे वह विकेट की बजाय छक्का होना चाहिए था।
सूर्यकुमार यादव ने हार्दिक पांड्या की गेंद पर डेविड मिलर का कैच लिया था। यादव ने सीमा रेखा के पास संतुलन बनाए रखते हुए कैच पकड़ा और बाहर गिरने से पहले गेंद को छोड़ दिया और फिर सीमा रेखा के अंदर आकर कैच को पूरा किया। इस कैच को क्रिकेट के इतिहास में सबसे बेहतरीन कैचों में से एक करार दिया गया, और कई प्रशंसकों का मानना है कि यह वह क्षण था जिसने भारत को टी20 विश्व कप 2024 की ट्रॉफी जीताई।
दक्षिण अफ्रीकी फैन बेन कर्टिस ने यादव के इस कैच पर सवाल उठाया और एक नज़दीकी एंगल का वीडियो साझा किया जिसमें यादव के पैर और सीमा रेखा को छूने का दावा किया गया। वीडियो में ऐसा प्रतीत होता है कि सीमा रेखा थोड़ी हिलती है, जिससे इस दावे को बल मिलता है। बेन कर्टिस ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा किया और तुरंत यह वायरल हो गया, जिससे विवाद ने जोर पकड़ लिया।
इस विवाद में एक इंग्लैंड के क्रिकेट फैन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि ऑन-फील्ड अंपायर ने कैच को बहुत जल्दी आउट करार दे दिया। हालांकि, इस मुद्दे पर ज्यादातर नेटिज़न्स ने बेन कर्टिस के दावा को खारिज कर दिया और कहा कि अगर यादव ने सीमा रेखा को छू लिया होता, तो रस्सी की आकृति में बदलाव होना चाहिए था, जो स्पष्ट रूप से नहीं दिखा।
कैच के तुरंत बाद इसे तीसरे अंपायर के पास भेजा गया, जिसने विभिन्न एंगल्स से वीडियो देखकर यह निर्णय लिया कि यह कैच सही था। तीसरे अंपायर के पास पर्याप्त अनुभव और तकनीक है कि वह सही निर्णय ले सकें। तीसरे अंपायर ने सभी उपलब्ध टेक्नोलॉजी और एंगल्स का उपयोग करके यह स्वीकार किया कि यादव ने सीमा रेखा को नहीं छुआ था और यह कैच वैध था।
माना गया कि तीसरे अंपायर का निर्णय सही था और इस पर किसी प्रकार की शंका की गुंजाइश नहीं थी। यादव के इस कैच ने भारत को महत्वपूर्ण विकेट दिलाया और दक्षिण अफ्रीका के बड़े स्कोर की संभावनाओं को कम कर दिया।
क्रिकेट समुदाय और खेल विशेषज्ञों ने भी इस कैच की सराहना की और इसे यादव की करियर का एक विशेष पल बताया। विशेषज्ञों का मानना है कि यादव ने यह कैच एकदम सही तरीके से लिया और इसमें किसी भी प्रकार की गलती की संभावना नहीं है। भारत के क्रिकेट प्रशंसकों ने भी इस कैच को देख खुशी मनाई और इसे वर्ल्ड कप के इतिहास का एक यादगार पल बताया।
हालांकि, विवादित दावे और वीडियो ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी, लेकिन भारतीय टीम और उनके समर्थकों ने इसे खेलने की भावना का हिस्सा माना और इस कैच को खेल भावना के हिसाब से सही ठहराया। यह स्पष्ट है कि यादव का यह कैच भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में सूर्यकुमार यादव के शानदार कैच ने खेल प्रेमियों के दिल जीत लिए, लेकिन कुछ विवादित दावों ने इसे सवालों के घेरे में ला खड़ा किया। बावजूद इसके, तीसरे अंपायर के निर्णय और क्रिकेट समुदाय की सहमति से यह स्पष्ट हो गया कि यादव का यह कैच पूरी तरह से वैध था। इस कैच ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई और इसे खेल का सबसे रोमांचक और यादगार क्षण बना दिया।
इस कहानी से स्पष्ट होता है कि खेल में तकनीक और अंपायर के निर्णय की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जो किसी भी प्रकार की गलतफहमी को दूर कर सकता है। यादव का यह कैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक प्रेरणा बना रहेगा और इसे याद करते हुए भारतीय टीम का यह कारनामा गर्व का विषय बना रहेगा।
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