स्वादिष्‍ट समाचार
  • हमारे बारे में
  • सेवा की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • संपर्क

अंकों और रैंक का अंतर: क्यों दोनों पर नज़र रखनी चाहिए?

जब हम परीक्षा की चर्चा करते हैं, तो अक्सर दो शब्द सामने आते हैं – अंक और रैंक। कई बार लोग इनको एक‑दूसरे के बराबर मानते हैं, लेकिन असल में ये दो अलग‑अलग चीज़ें हैं। अंक आपका व्यक्तिगत प्रदर्शन दिखाते हैं, जबकि रैंक बताता है कि आप सभी उम्मीदवारों में कहाँ खड़े हैं। दोनों को समझना इसलिए जरूरी है क्योंकि सिर्फ अंक बढ़ाने से रैंक नहीं बढ़ सकती, और रैंक में सुधार के लिए अंक से ज्यादा रणनीति की जरूरत पड़ती है।

अंक: आपका व्यक्तिगत स्कोर कार्ड

अंक सीधे‑सीधे आपके सही‑गलत उत्तरों का योग होते हैं। अगर आप 200 में से 150 अंक लेकर आएँ, तो यह आपके ज्ञान और तैयारी को दर्शाता है। कई बार स्कूल या बोर्ड की परीक्षाओं में, जैसे CGBSE CG Board Result 2025 या NEET UG 2025, अंक ही पसंदीदा मापदंड होते हैं। अंक आपके अगले लक्ष्य, जैसे कॉलेज एडमिशन या स्कॉलरशिप, तय करने में मदद करते हैं। लेकिन याद रखें, एक ही अंक के साथ विभिन्न सालों या विभिन्न कक्षा में रैंक बहुत अलग हो सकती है।

रैंक: आपके साथियों के बीच तुलना

रैंक सभी उम्मीदवारों के अंकों को क्रमबद्ध करके मिलती है। उदाहरण के लिए, यदि किसी परीक्षा में 1 लाख स्टूडेंट्स ने appearing किया और आपका अंक 90 प्रतिशत है, तो आपका रैंक 5000 हो सकता है। इसका मतलब है कि 4,999 लोग आपके से बेहतर स्कोर कर पाए। रैंक अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में महत्व रखती है, जैसे NEET UG 2025 पंजीकरण में टॉपर्स की लिस्ट या CG Board Result में टॉपर्स की मेरिट लिस्ट। रैंक दिखाती है कि आप दूसरों के साथ कितना प्रतिस्पर्धी हैं, और इससे आगे की प्लानिंग आसान होती है।

तो, अगर आप चाहते हैं कि आपका अंक भी बढ़े और रैंक भी सुधरे, तो दो‑तीन बातों पर ध्यान दें:

  • सही टॉपिक फोकस: वह भाग चुनें जहाँ आपका स्कोर कम है, जैसे गणित या विज्ञान में कम अंक।
  • टाइम मैनेजमेंट: परीक्षा में समय को सही‑सही बाँटें, ताकि आप सभी प्रश्नों को देख सकें और अनिच्छित छोड़ने से बचें।
  • मॉक्स टेस्ट अभ्यास: वास्तविक परीक्षा पैटर्न वाले मॉक टेस्ट दें, जैसे NEET या CG Board के पिछले साल के पेपर, ताकि आप रैंक की सटीक गणना कर सकें।

एक और बात ध्यान में रखें – अंक और रैंक दोनों ही आपके लक्ष्य तय करने में मदद करते हैं। अगर आपका लक्ष्य टॉप 10% में होना है, तो रैंक पर नज़र रखनी ज़रूरी है। लेकिन अगर आप विशेष कॉलेज में प्रवेश चाहते हैं, तो अक्सर अंक का न्यूनतम मानदंड रहता है। इसलिए दोनों को साथ‑साथ ट्रैक रखें।

अंत में, याद रखें कि अंकों और रैंक दोनों को समझना आपके सफलता की नींव बनता है। सही रणनीति, नियमित अभ्यास और आत्म‑परिक्षण से आप न सिर्फ बेहतर अंक हासिल कर सकते हैं, बल्कि रैंक में भी ठोस सुधार ला सकते हैं। तो अगली बार जब आप अपनी परीक्षा की तैयारी शुरू करें, तो अंक और रैंक दोनों को बराबर महत्व दें – यही आपका वास्तविक जीत का रास्ता है।

NEET 2024: अंकों और रैंक के बीच महत्वपूर्ण अंतर समझें - एनटीए नीट रैंक प्रेडिक्टोर का उपयोग

NEET 2024: अंकों और रैंक के बीच महत्वपूर्ण अंतर समझें - एनटीए नीट रैंक प्रेडिक्टोर का उपयोग

2024 में NEET अंकों और रैंक के बीच महत्वपूर्ण अंतर को लेकर चर्चा। इस बार राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने NEET परिणाम घोषित किया, जिसमें छात्रों के अंक और उनकी रैंक के बीच बड़ा अंतर देखा गया। प्रतियोगिता में वृद्धि के कारण विभिन्न श्रेणियों के लिए कटऑफ अंक बढ़ गए हैं, जिससे MBBS और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश करना और भी मुश्किल हो गया है।

अधिक

© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|