क्या आप जानते हैं कि भारत अब अंतरिक्ष में सिर्फ सैटेलाइट नहीं, बल्कि इंसानों को भी भेजने की तरफ बढ़ रहा है? यही है गयाना (Gaganyaan) – हमारा पहला मानवरहित अंतरिक्ष मिशन जिसका लक्ष्य 2025‑26 में भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाना है। अगर आप इस मिशन में रुचि रखते हैं तो यहाँ आपको पूरी जानकारी मिलेगी – तैयारी से लेकर आगामी लॉन्च तक।
गयाना का विचार पहली बार 2000 के दशक में ISRO की योजनाओं में आया था, लेकिन 2018 में ही इसे आधिकारिक रूप से मंजूरी मिली। तब से इस मिशन ने कई अहम चरण पूरे किए हैं:
इन सबके बीच, ISRO ने चंद्रयान‑3, अडित्य‑एल1 जैसे मिशन भी लॉन्च किए। ये मिशन गयाना को डेटा और तकनीकी समझ देने में मददगार रहे – जैसे चंद्र दक्षिणी ध्रुव पर ताप‑स्ल्फ़र डेटा और सौर पवन अध्ययन। इन आँकड़ों ने गयाना के लैंडिंग मोड और जीवन समर्थन सिस्टम को बेहतर बनाया।
अब बात करते हैं आगे के कदमों की। गयाना के पहले चरण में दो भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को लगभग 5‑7 दिन के लिए पृथ्वी के निम्न कक्षा में भेजा जाएगा। इस दौरान वे माइक्रोग्रैविटी में रहने, वैज्ञानिक प्रयोग करने और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुरक्षा परीक्षण करेंगे।
लॉन्च साइट अभी भी श्रीहरी (श्रीनगर) में तय है, लेकिन अंतिम तारीख अभी तय नहीं हुई है। ISRO ने कहा है कि अगर सभी टेक्निकल टेस्ट ठीक रहे तो 2025‑26 में पहला क्रूड मिशन लॉन्च हो सकता है। साथ ही, निजी कंपनियों के साथ सहयोग बढ़ रहा है – जैसे स्पेसफ्लाइट्स इंक. और भारत के स्टार्ट‑अप्स, जो पेलोड इंटेग्रेशन और रीयल‑टाइम डेटा मॉनिटरिंग में मदद करेंगे।
गयाना के साथ जुड़ी कुछ अहम बातों पर ध्यान दें:
आप चाहे छात्र हों, विज्ञान प्रेमी हों या सिर्फ जिज्ञासु, गयाना के बारे में जानना आसान है। ISRO की आधिकारिक वेबसाइट, यूट्यूब चैनल और सरकारी बुलेटिन से नियमित अपडेट लेते रहें। अगर आपका लक्ष्य इस मिशन में कॅरियर बनाना है, तो विज्ञान और इंजीनियरिंग में पढ़ाई करके, इंटर्नशिप और विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हिस्सा लेना फायदेमंद रहेगा।
संक्षेप में, गयाना केवल एक मिशन नहीं, बल्कि भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं का नया मुकाम है। इस यात्रा में हर कदम पर नई तकनीक, नई चुनौती और नई उम्मीदें जुड़ी हैं। तो तैयार रहें, क्योंकि जल्द ही हम अपने ही लोगों को अंतरिक्ष में देखते देखेंगे।
IND vs ENG सेमीफाइनल मैच के लिए गयाना में भारी बारिश की संभावना है। मैच के दिन 75 प्रतिशत बारिश हो सकती है, जिससे खेल पर असर पड़ सकता है। इस मैच के लिए रिजर्व डे नहीं रखा गया है और 250 अतिरिक्त मिनट निर्धारित किए गए हैं। बारिश के कारण मैच रद्द होने पर भारत फाइनल में जाएगा।
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