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गोपनीयता: क्या है, क्यों जरूरी और कैसे रखें आप अपनी जानकारी सुरक्षित

आजकल हर कोई स्मार्टफोन, इंटरनेट और सोशल मीडिया पर बहुत समय बिताता है। इस digital ज़माने में हमारी व्यक्तिगत जानकारी कई बार अनजाने में बाहर आ जाती है। गोपनीयता का मतलब है – अपनी निजी जानकारी को सुरक्षित रखना और वही लोगों को देना जो भरोसेमंद हों। अगर आप नहीं जानते कि अपनी डेटा को कैसे सुरक्षित रखें, तो यह लेख आपके लिए है।

गोपनीयता के मुख्य खतरे

सबसे बड़ा खतरा है ऑनलाइन ट्रैकिंग। जब आप कोई वेबसाइट खोलते हैं, तो वह अक्सर आपके ब्राउज़र की हिस्ट्री, लोकेशन और कभी‑कभी फ़ोन की जानकारी भी ले लेती है। दूसरी ओर, मोबाइल ऐप्स अक्सर आपके कॉन्टैक्ट, मेसेज और फ़ोटो तक पहुँच चाहते हैं। इन सबसे बचने के लिए हमें थोड़ी सतर्कता दिखानी होगी।

व्यावहारिक टिप्स जो तुरंत काम आएँगे

1. ऐप पर अनुमतियों की जांच – डाउनलोड करने के बाद सेटिंग्स में जाकर देखें कि कौन‑से ऐप को कौन‑सी अनुमति मिली है। अनावश्यक अनुमति बंद कर दें।

2. स्ट्रॉन्ग पासवर्ड और दो‑स्तरीय ऑथेंटिकेशन (2FA) – हर अकाउंट को अलग‑अलग पासवर्ड दें और जहाँ भी संभव हो 2FA चालू कर दें। इससे हैकर्स का दांव बाज़ी मुश्किल हो जाती है।

3. सार्वजनिक Wi‑Fi से बचें – काफ़ी लोग मुफ्त Wi‑Fi का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उसी नेटवर्क पर आपका डेटा आसानी से चोरी हो सकता है। अगर जरूरी हो तो VPN का इस्तेमाल करें।

4. सॉफ़्टवेयर अपडेट रखें – फोन या लैपटॉप के ऑपरेटिंग सिस्टम और ऐप्स को हमेशा नवीनतम वर्ज़न पर रखें। अपडेट में अक्सर सुरक्षा पैच होते हैं।

5. सोशल मीडिया की गोपनीयता सेटिंग्स – फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि पर अपनी प्रोफ़ाइल को ‘Friends only’ या ‘Private’ पर सेट करें। ऐसा करने से अजनबियों को आपकी पोस्ट या तस्वीरें नहीं दिखेंगी।

6. डेटा बैकअप – चाहे आप क्लाउड पर फ़ाइलें रखें या एक्सटर्नल ड्राइव, हमेशा एक कॉपी रख दें। अगर आपका डिवाइस चोरी हो या डेटा गुम हो जाए, तो आपके पास बैकअप रहेगा।

उदाहरण के तौर पर, Samsung Galaxy M56 5G के लॉन्च के दौरान कंपनी ने बेहतर एन्क्रिप्शन और बायोमैट्रिक सुरक्षा का जिक्र किया था। ऐसे फ़ीचर वाले फ़ोन चुनने से आपका डेटा अधिक सुरक्षित रहता है।

इसी तरह, ISRO द्वारा चंद्रयान‑3 के डेटा को सुरक्षित रखने की बात अक्सर सुनी जाती है। वैज्ञानिकों ने डेटा को एन्क्रिप्ट करके संग्रहित किया, जिससे कोई भी अनधिकार व्यक्ति इसे नहीं पढ़ सकता। यह तकनीक आम उपयोगकर्ता भी अपनाकर अपनी फ़ाइलों को सुरक्षित रख सकते हैं।

गोपनीयता सिर्फ बड़े संस्थानों की समस्या नहीं, यह हर व्यक्तिगत उपयोगकर्ता की जिम्मेदारी है। थोड़ी सी जागरूकता और सही कदमों से आप अपने डिजिटल जीवन को सुरक्षित बना सकते हैं। अब जब आप ये टिप्स जान चुके हैं, तो तुरंत अपने फ़ोन, कंप्यूटर और ऑनलाइन अकाउंट की सेटिंग्स चेक करें और आवश्यक बदलाव करें। सुरक्षित रहें, और डिजिटल दुनिया का सही आनंद उठाएँ!

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