हरियाणा में इस साल फिर से विधानसभा चुनाव हो रहा है और हर कोई जानना चाहता है कि कौन जीत सकता है। अगर आप भी इस पड़ाव को समझना चाहते हैं तो पढ़िए यह गाइड, जिसमें हम प्रमुख पार्टियों, मुद्दों और वोटिंग प्रक्रिया को आसान भाषा में बता रहे हैं।
बाजार में सबसे ज्यादा चर्चा BJP, कांग्रेस और जिंदल जट टिक कर रही JJP की है। BJP अपने विकास मॉडल और राष्ट्रीय स्तर की नीतियों को लेकर आगे है, जबकि कांग्रेस फिर से किसान और रोज़गार मुद्दों पर जोर दे रही है। JJP, जो पिछले चुनाव में सबको सरप्राइस कर गया था, अब अपना आधार मजबूत करने की कोशिश में है, खासकर ग्रामीण इलाकों में।
हर पार्टी ने कुछ हाई‑प्रोफ़ाइल उम्मीदवारों को लिस्ट किया है – जैसे BJP में कई बारशियाहन विधायक, कांग्रेस में अनुभवी उडानभूषा वाले नेता और JJP में युवा चेहरा। अगर आप अपने क्षेत्र में कौन-कौन खड़े हैं, यह जानना चाहते हैं तो स्थानीय समाचार साइट या पार्टी की आधिकारिक सूची देख सकते हैं।
हरियाणा के मतदाता मुख्यतः तीन बड़े मुद्दों पर फोकस कर रहे हैं: पानी की कमी, बेरोज़गारी और एग्रीकल्चर सपोर्ट। पानी की समस्या हरियाणा के कई हिस्सों में सबसे बड़ा दर्द है, खासकर बुनियादी सुविधाओं के अभाव में। दूसरी तरफ, युवा वर्ग नौकरी की तलाश में है और उन्हें लगता है कि सरकार ने पर्याप्त कदम नहीं उठाए। फिर भी, किसान के लिए नई खेती तकनीक और सब्सिडी की भी बड़ी उम्मीदें हैं।
इन मुद्दों को लेकर पार्टियां अपने-अपने अभियान में अलग-अलग वादे ले कर आई हैं। BJP ने 'हरियाणा जल योजना' का जिक्र किया है, कांग्रेस ने 'युवा रोजगार योजना' की बात उठाई है, जबकि JJP ने 'जमीनी स्तर पर पंचायत सशक्तिकरण' का वादा किया है। आप खुद तय कर सकते हैं कि कौन सा वादा सबसे ज़्यादा भरोसेमंद दिखता है।
अब बात आती है वोटिंग की तारीख की। इस साल विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां मार्च के आख़री हफ्ते से चल रही हैं और मतदान 21 अक्टूबर को तय किया गया है। आप अगर पहली बार वोट दे रहे हैं तो अपना Voter ID साथ ले जाना न भूलें, और मतदान केंद्र पर जल्दी पहुँचें ताकि लम्बी कतार से बच सकें।
हरियाणा चुनाव में कई बार बॉल बॉक्स ट्रांसपेरेंसी, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और वोटर लिस्ट की साफ़-सफ़ाई पर सवाल उठते रहे हैं। इसलिए, अगर आप देख रहे हैं कि आपका नाम लिस्ट में नहीं है या किसी गड़बड़ी का श़क है, तो तुरंत स्थानीय निर्वाचन समिति से संपर्क करें। यह छोटा कदम बड़े बदलाव की नींव बन सकता है।
परिणाम का असर सिर्फ हरियाणा तक सीमित नहीं रहेगा। राज्य की राजनीतिक दिशा राष्ट्रीय स्तर की गठजोड़ों और नीतियों को भी प्रभावित करती है। अगर BJP मजबूत हुई तो राष्ट्रीय सरकार के साथ तालमेल बेहतर होगा, जबकि अगर कांग्रेस या JJP का प्रदर्शन अच्छा रहा तो केंद्र में भी नई अपेक्षाएँ बन सकती हैं।
तो, अंत में ये कहा जा सकता है कि हरियाणा चुनाव 2025 सिर्फ वोट डालने का ही नहीं, बल्कि अपने भविष्य को तय करने का मौका है। अपने मुद्दों को समझिए, उम्मीदवारों की प्रोग्राम को देखें और मतदान केंद्र पर पहुँचें। यही आपका सबसे बड़ा अधिकार है।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 के परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। हरियाणा में 90 सीटों के लिए मतदान 5 अक्टूबर को संपन्न हुआ, जबकि जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में 1 अक्टूबर तक मतदान हुआ। लाइव परिणाम और अपडेट के लिए ईसीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं, जो वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करती है।
कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए 31 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। इस सूची में पहलवान विनेश फोगाट और पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा शामिल हैं। कांग्रेस का मुख्य लक्ष्य भाजपा को हराकर दोबारा सत्ता में आना है।
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