जब मौसम अचानक बदलकर बहुत बुरा हो जाता है, तो भारतीय मौसम विभाग (IMD) रेड अलर्ट जारी करता है। यह अलर्ट बताता है कि बाढ़, भारी बारिश या तेज़ हवाओं जैसी स्थितियां जल्द ही हमारे इलाके में आ सकती हैं। अगर आप इस चेतावनी को समझते हैं और सही कदम उठाते हैं, तो नुकसान कम किया जा सकता है।
रेड अलर्ट तब जारी किया जाता है जब मौसम विज्ञानियों को लगता है कि तेज़ी से बढ़ती मौसमी परिस्थितियां लोकल लोगों के जीवन और संपत्ति को बहुत बड़ा खतरा पैदा कर सकती हैं। आम तौर पर यह तब होता है:
उदाहरण के तौर पर, उत्तर प्रदेश में 14 अगस्त से भारी बारिश के अंदाज़े के साथ IMD ने रेड अलर्ट जारी किया था। ऐसी स्थितियों में जल स्तर बढ़ता है, सड़कें घुमावदार हो जाती हैं और बाढ़ की संभावना बढ़ जाती है।
जब रेड अलर्ट सुनें, तो तुरंत कुछ आसान, लेकिन असरदार कदम उठाएं:
इन छोटे-छोटे कदमों से आप और आपके परिवार की सुरक्षा बढ़ेगी। याद रखिए, रेड अलर्ट सिर्फ चेतावनी नहीं, बल्कि एक संकेत है कि हमें तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
अगर आप अभी भी अनिश्चित हैं कि क्या करना है, तो अपने स्थानीय नगरपालिका या जिला प्रशासन के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। वे अक्सर सबसे ताज़ा जानकारी और निकासी मार्ग के बारे में बता सकते हैं।
अंत में, मौसम का मजा लेना है, लेकिन उसकी शक्ति को समझकर ही हम सुरक्षित रह सकते हैं। अगली बार जब IMD रेड अलर्ट सुनें, तो ऊपर बताए गए टिप्स को याद रखें और जल्दी से अपना प्लान बनाएं। इससे न केवल आपका समय बचेगा, बल्कि संभावित नुकसान भी घटेगा।
दिल्ली में 28-29 जुलाई को तेज बारिश और आंधी की संभावना है। मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है, तापमान 24-30°C तक गिर सकता है। NCR व हरियाणा में भी चेतावनी जारी हुई है। तेज बारिश से राहत मिल सकती है लेकिन स्थानीय जलभराव की आशंका भी है।
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