अगर आप फुटबॉल के दीवाने हैं तो काइलियन एमबाप्पे का नाम सुनते ही दिल धड़क जाता है। फ्रांस के इस युवा स्ट्राइकर ने छोटे उम्र में ही दुनिया को दिखा दिया कि हिम्मत और तेज़ी से क्या हासिल किया जा सकता है। इस लेख में हम उनके बचपन, क्लब करियर, अंतरराष्ट्रीय मैदान और भविष्य की झलक को आसान भाषा में समझेंगे।
एमबाप्पे का जन्म 20 दिसंबर 1998 को बॉन्डी, फ्रांस में हुआ था। बचपन में वह अक्सर सड़कों पर खेलते थे और अपने तेज़ पैर से बचपन के दोस्तों को पीछे छोड़ देते थे। शुरुआती उम्र में उन्होंने स्थानीय क्लब बोरडन से फुटबॉल शुरू किया, जहाँ कोचों ने उसकी स्पीड और गोल करने की समझ को नोट किया। सिर्फ 14 साल की उम्र में ही उन्हें मोनाको के युथ अकैडमी में बुला लिया गया।
मोनेको से एमबाप्पे ने पिएर-एंगे में कदम रखा और 2017 में मोनाको से पिएर-एंगे को 180 मिलियन यूरो में बेचा गया। यह राशि उस समय के लिए सबसे महंगी ट्रांसफ़र में से एक थी। पिएर-एंगे में वह तुरंत ही अपनी गति और ड्रिब्लिंग से युरोपीय क्लबों की नज़र में आया। 2018 में पेरिस सेंट जर्मेन ने उसे 180 मिलियन यूरो में साइन किया, जिससे वह इतिहास में सबसे महंगा युवा खिलाड़ी बना।
पेरिस सेंट जर्मेन में एमबाप्पे ने कई ट्रॉफी जीतीं, जैसे लीग 1, कप़ दा फ़्रांस और यूरोपियन कप में लगातार पाइलट फाइनल तक पहुंच। उसकी तेज़ रफ़्तार, दोहरी दिशा में दाउड़ने की क्षमता और सटीक फिनिशिंग ने टीम को कई दांव जीताए।
फ़्रांस के राष्ट्रीय टीम में शामिल होने के बाद, एमबाप्पे ने 2018 विश्व कप में अपनी पहचान बनाई। आधे फाइनल में अर्जेंटीना के खिलाफ दो गोल करके टीम को फाइनल में पहुँचाया। फाइनल में क्रोएशिया के खिलाफ भी वह एक गोल कर चुका, जिससे फ्रांस ने जीत हासिल की। केवल 19 साल की उम्र में वह विश्व चैंपियन बन गया—एक ऐसा रिकॉर्ड जो बहुत कम खिलाड़ियों के पास है।
उसके बाद से वह फ्रांस के मुख्य स्टार में से एक बन गया, 2022 वर्ल्ड कप में भी कई गोल करने के बाद टीम को टाइम्स्टैम्प और टॉडर मीट में सडौर क्वॉलिटी बतौर टैफिक करने लगा।
एमबाप्पे की सबसे बड़ी ताकत उसकी स्पीड है, लेकिन वह केवल तेज़ नहीं है—उसके पास घनिष्ठ ड्रिब्लिंग और तेज़ दिमागी फेयर प्ले भी है। जब वह पेनाल्टी एरिया में प्रवेश करता है, डिफेंडर्स अक्सर उलझन में पड़ जाते हैं। एक और ख़ास बात यह है कि वह अक्सर अपनी टीम का लीडर बन जाता है, चाहें वह क्लबहाउस में हो या राष्ट्रीय टीम में।
पर्सनली, वह सामाजिक कामों में भी सक्रिय है। वह अपने जन्मस्थल में एथलेटिक सेंटर बना रहा है जहाँ गरीब बच्चों को खेल के माध्यम से शिक्षा और प्रशिक्षण मिलता है।
अब काइलियन 26 की उम्र में है, और उसके पास अभी भी कई सालों का खेल बाकी है। कई लोग मानते हैं कि वह बैलन डियोन के लिए भी दावेदार है, और अगर वह अपने फॉर्म को बनाए रखे तो दंडा जीत सकता है। पेरिस सेंट जर्मेन में उसके नए कोन्ट्रैक्ट के साथ, वह क्लब को कई और चैंपियनशिप दिलाने की उम्मीद है।
अगर आप फुटबॉल का शौक रखते हैं तो काइलियन एमबाप्पे की स्टोरी आपको मोटिवेट कर सकती है। उसकी लगन, मेहनत और तेज़ी का तड़का आप में भी खेल के प्रति जुनून जगा सकता है। इस टैग पेज में आप एमबाप्पे से जुड़ी ताज़ा खबरें, विश्लेषण और वीडियो आसानी से पा सकते हैं—इन्हें पढ़ें और फुटबॉल की दुनिया में थोड़ा और गहरा उतरें।
फ्रांस के स्टार फुटबॉलर काइलियन एमबाप्पे को नाक टूटने के बाद यूरो 2024 के मुकाबले में नीदरलैंड्स के खिलाफ सब्सटीट्यूट के रूप में रखा गया है। एमबाप्पे ने ऑस्ट्रिया के खिलाफ टीम की जीत में चोट खाई थी। उन्हें सर्जरी की जरूरत नहीं है, लेकिन टॉर्नामेंट के बाकी मैचों में मास्क पहनेंगे। फ्रांस और नीदरलैंड्स ग्रुप डी में समान तीन अंकों पर हैं।
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