देश में हर चुनाव जुड़ा होता है उम्मीदों और सवालों से। खासकर जब बात कांग्रेस की आती है, तो दिखते हैं नए चेहरों के साथ पुरानी राजनीति का मिश्रण। इस लेख में हम समझेंगे कि कांग्रेस अपने उम्मीदवार कैसे चुनती है और 2025 के बड़े चुनावों में कौन‑कौन आगे आ रहे हैं। पढ़ते जाओ, इससे आपका चुनावी फैंसला आसान हो सकता है।
कांग्रेस में उम्मीदवार चुनने की प्रक्रिया कुछ हद तक लोकतांत्रिक है। सबसे पहले पार्टी के भीतर संभावित लोगों की लिस्ट बनती है। फिर स्थानीय स्तर पर नकारात्मक और सकारात्मक फीडबैक इकट्ठा किया जाता है। इस फ़ीडबैक को राज्य स्तर के अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलकर देखते हैं। अगर किसी को सीट पर लेकर जाने की ज़रूरत होती है, तो कई बार गठबंधन पार्टियों की राय भी ली जाती है। अंत में, एक आधिकारिक घोषणा होती है और चुनावी रैलियों की तैयारी शुरू हो जाती है।
2025 के चुनावों में कई राज्य पैंतारियों में कांग्रेस ने दमदार चेहरों को टिकट दिया है। उत्तर प्रदेश में पूर्व दायित्व मंत्री राजेश सिंह को लखनऊ के बाहर दो सीटों पर टिका किया गया। पश्चिम बंगाल में दोबारा सत्ता में लौटने की कोशिश में सुष्मिता दत्त को बंगाल के प्रमुख जिलों में भेजा गया। महाराष्ट्र में युवा नेता अमन अग्रवाल को पुणे किनारे के दो क़ैदियों में रखी गई है। राजस्थान में अनुभवी नेता गौतम जैन फिर से जयपुर के बड़े वार्ड में लड़ रहे हैं। हरियाणा में रीता कोटकली को ग्रामीण पैमाने पर किसानों की समस्याओं को उठाने का मौका मिला है।
इन उम्मीदवारों की प्रमुख विशेषताएँ हैं – लोकल मुद्दों की समझ, युवाओं के साथ जुड़ाव, और पार्टी की दीर्घकालिक रणनीति में जगह बनाना। अगर आप किसी उम्मीदवार के बारे में और जानना चाहते हैं, तो उनके सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल, स्थानीय मीटिंग और पार्टी के आधिकारिक ब्रोशर देखिए।
कांग्रेस की चुनावी रणनीति अब सिर्फ नाम नहीं, बल्कि पैकेज्ड वादों पर भी चलती है। जलवायु सुरक्षा, रोजगार सृजन और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार उनके मुख्य एजेंडा के हिस्से हैं। इसलिए, जब आप अपने वार्ड में किसी कांग्रेस उम्मीदवार को देखेंगे, तो यह जानना ज़रूरी है कि उनका स्थानीय कामकाज़ और राष्ट्रीय वादे कितने जुड़े हुए हैं।
वोटर के तौर पर आपका काम है—उम्मीदवारों को पूछना, उनके रैलियों में भाग लेना, और उनके बेलेट के बारे में पढ़ना। कई बार छोटे-छोटे सवाल भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। एक आसान तरीका है—स्थानीय समाचार पत्र, टीवी चैनल और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर लगातार अपडेट देखना। इससे आप जल्दी ही पता लगा सकते हैं कि कौन‑सी टीम कौन‑से क्षेत्र में मजबूत है।
अगर आप अभी तक तय नहीं कर पाए हैं तो एक सूची बनाइए: उम्मीदवार का नाम, उनका पिछला काम, प्रमुख वादे और आपका व्यक्तिगत मानदंड। इस तालिका को अपडेट रखें और हर अभियान के साथ तुलना करें। इससे आपका वोट एक सोच‑समझ कर लिया गया निर्णय रहेगा, न कि अचानक की गई स्थिति।
आखिर में, कांग्रेस के उम्मीदवारों को समझने का सबसे आसान रास्ता है—साक्षात्कार, बिहार में किसान मोर्चे, बंगाल में शहरी जागरूकता कार्यक्रम, और राजस्थान में सामाजिक कार्यशालाओं को देखना। ये सब मिलकर आपको यह बताते हैं कि वह कौन है, क्या कर सकता है, और आपके इलाके में क्या बदलाव लाने का इरादा रखता है।
तो इस चुनाव में मतदाता के रूप में आप इन बिंदुओं को याद रखें, जानकारी एकत्र करें, और अपने मतदान केंद्र पर भरोसेमंद निर्णय लें। आपका वोट ही वह ताकत है जो भविष्य को मोड़ सकती है।
कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए 31 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। इस सूची में पहलवान विनेश फोगाट और पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा शामिल हैं। कांग्रेस का मुख्य लक्ष्य भाजपा को हराकर दोबारा सत्ता में आना है।
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