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मानसून समाचार – ताज़ा अपडेट और प्रमुख जानकारी

मनोरंजन या राजनीति की खबरों से अलग, मानसून का मौसम हर एक भारतीय को सीधे छूता है। साल के इस समय में तेज़ बारिश, जलभौगोलिक बदलाव और तापमान में अचानक गिरावट आम बात है। तो चलिए, जानते हैं इस बार के मानसून में क्या खास है, कौन‑से क्षेत्र सबसे ज़्यादा प्रभावित हो सकते हैं और आप क्या तैयारियां कर सकते हैं।

दिल्ली में रेड अलर्ट और संभावित स्थितियां

दिल्ली ने 28‑29 जुलाई को रेड अलर्ट के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने बताया कि इस दो‑दिन में तापमान 24‑30 °C तक गिर सकता है और तेज़ आंधी‑तूफ़ान की संभावना है। अगर आप दिल्ली या आसपास के इलाके में रहते हैं, तो कुछ सरल उपाय मददगार हो सकते हैं:

  • घर के बाहर रखीगी चीज़ें सुरक्षित जगह पर रखें, खासकर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण।
  • नाली‑नालियों में जमा गंदगी साफ़ रखें ताकि जलजमाव न हो।
  • यदि आप सुबह‑शाम में बाहर निकलते हैं, तो पानी‑रोधी जूते और रेनकोट रखे।
  • बिजली के उपकरणों को अनप्लग कर दें, अचानक बिजली गिरने से नुकसान बचता है।

इन छोटे‑छोटे कदमों से बारिश के दौरान होने वाले असुविधा को काफी कम किया जा सकता है।

देशभर में मानसून की स्थिति और सलाह

दिल्ली के अलावा, भारत के कई हिस्सों में भी बारिश के संकेत दिख रहे हैं। पश्चिमी घाट, कर्नाटक, तेलंगाना और ओडिशा में पहाड़ियों पर तेज़ बौछारें हो रही हैं। इन क्षेत्रों में गिरते पानी से पहाड़ी झरनों का बहाव तेज़ हो सकता है, इसलिए बाढ़ क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सतर्क रहना चाहिए।

कई किसान भी इस वर्ष के मानसून से आशावादी हैं। कृषि विभाग ने बताया कि 70 % कृष्टियों को पर्याप्त वर्षा मिलने की संभावना है, जिससे धान, गेंहू और मुसुर की फसलें ठीक रह सकती हैं। फिर भी, अगर आप खेती‑बड़ी में हैं तो खेत में नाले‑नाली साफ़ रखें, जल निकासी बेहतर बनाएं और अत्यधिक पानी से बचाने के लिए उन्नत जल‑संचयन तकनीक अपनाएँ।

अगर आप ट्रैवल प्लान कर रहे हैं, तो मौसम की ताजगी को नजर में रखें। कई राज्य यात्रियों को बारिश के कारण रोड क्लोज़र या ट्रेन में देरी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए यात्रा से पहले स्थानीय मौसम अपडेट चेक करें और वैकल्पिक मार्ग या रिटर्न टाइम रखें।

एक और बात—मानसून के दौरान तेज़ हवा और गीली जमीन से कीट‑पैथोजन का खतरा बढ़ जाता है। घर में एंटी‑मॉस्किटो नेटवर्क, खिड़कियों की जालियां और नमी को कंट्रोल करने वाले डिह्यूमिडिफ़ायर के इस्तेमाल से बीमारियों से बचाव आसान हो जाता है।

अंत में, याद रखें कि मानसून हर साल आता है, लेकिन इस बार की विशेषता बड़ी तापमान गिरावट और तेज़ बवंडर है। अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को प्राथमिकता दें, स्थानीय खबरें पढ़ते रहें और तैयारियों को क्रम में रखें। इससे आप इस बारिश के मौसम को बिना परेशानी के कामयाब बना सकते हैं।

यूपी में मौसम बदलने वाला, 14 अगस्त से भारी बारिश के संकेत, गर्मी और उमस से फिलहाल राहत नहीं

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उत्तर प्रदेश में अगले तीन दिन बादल और तेज उमस बनी रहेगी। 14 अगस्त से भारी बारिश के आसार हैं। लखनऊ और वाराणसी में तेज पानी पड़ सकता है। तापमान 28°C से 34°C रहेगा। निवासियों को सतर्क रहने और बारिश से बचाव के लिए तैयारी की सलाह दी गई है।

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