मेडिकल परीक्षा का दांव बड़ा है, इसलिए सही योजना बनाना जरूरी है। चाहे आप NEET, AIIMS या JIPMER की तैयारी कर रहे हों, काम को छोटे‑छोटे टुकड़ों में बाँटें। इससे तनाव कम होगा और पढ़ाई में फोकस बढ़ेगा।
पहले यह जानें कि परीक्षा में कौन‑कौन से विषय कितने अंक देंगे। अधिकांश मेडिकल एग्जाम में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान (बायोलॉजी) होते हैं। जीव विज्ञान दो हिस्सों में आता है – बॉटनी और ज़ूओलॉजी। हर भाग के लिए NCERT किताबें सबसे भरोसेमंद स्रोत हैं।
पैटर्न को समझने के बाद, पिछले साल के पेपर देखें। ये आपको सवालों के प्रकार और कठिनाई स्तर का अंदाज़ा देंगे। हर सत्र में कम से कम दो बार मोटी मॉक टेस्ट दें, ताकि टाइम मैनेजमेंट का अभ्यास हो सके।
एक स्थिर दिनचर्या बनाएँ – सुबह 2‑3 घंटे, दोपहर में 2 घंटे, शाम को 2 घंटे। कठिन टॉपिक्स को सुबह के समय रखें, जब दिमाग ताज़ा होता है। आसान या रिवीजन के लिए दोपहर और शाम का समय रखें।हर टॉपिक को छोटे नोट्स में संक्षेप करें। ये नोट्स रिवीजन के दौरान काम आएंगे। हर हफ्ते एक बार अपने नोट्स को पढ़ें और फोकस्ड प्रश्न हल करें।
ज्यादा समय एक ही विषय पर न लगाएँ। अगर भौतिकी में कोई कॉन्सेप्ट समझ नहीं आता, तो 30 मिनट में हल करने की कोशिश करें, फिर अगले विषय पर बढ़ें। ध्यान रखें, लगातार 3‑4 घंटे एक ही चीज़ पढ़ना थकाने वाला हो सकता है।
संसाधन चुनते समय सिर्फ एक या दो भरोसेमंद बुक या ऐप रखें। बहुत सारी सामग्री से उलझन बढ़ती है। सबसे लोकप्रिय फ्री संसाधन हैं – NTA का आधिकारिक सिलेबस, NEET के लिए “ऑल इन वन” बुक, और भारत सरकार के पोर्टल पर उपलब्ध प्रश्नपत्र।
हर सप्ताह एक छोटा टेस्ट दें। टेस्ट के बाद खुद को सही‑गलत का फीडबैक दें। कमजोर भागों की पहचान करके अगले हफ्ते में उनपर फोकस करें।
पूरा दिन डेस्क पर बैठना शरीर को थका देता है। हर 45‑50 मिनट पर 5‑10 मिनट की ब्रेक लें, थोड़ा स्ट्रेच करें या टहलें। पानी पर्याप्त मात्रा में पिएँ; डिहाइड्रेशन से एकाग्रता घटती है।
नींद को कम न करने दें। कम से कम 7‑8 घंटे की नींद लेनी चाहिए, क्योंकि याददाश्त और समझ दोनों इसका फायदा उठाते हैं। पढ़ती‑पढ़ती अक्सर स्नैक्स में चिप्स या पेकिंग नहीं, बल्कि फल, नट्स या दही रखें।
परीक्षा के करीब तनाव बढ़ सकता है। गहरी साँसें लें, हल्की कसरत करें या ध्यान करें। ये मानसिक तनाव को कम करके बेहतर प्रदर्शन में मदद करेंगे।
अगर किसी टॉपिक में दोहराव से समझ नहीं आ रहा, तो ट्यूटर या ऑनलाइन फोरम में सवाल पूछें। कभी‑कभी एक छोटा स्पष्टीकरण सब समझा देता है।
अंत में, खुद को मोटिवेट रखें। लक्ष्य को लिखें – “NEET में 90 प्रतिशत अंक” या “AIIMS में टॉप 5% में जगह” – और उसे रोज़ देखिए। छोटे‑छोटे लक्ष्य हासिल करने से बड़ी सफलता मिलती है।
NEET UG 2024 के परिणामों के अनुसार, राजकोट केंद्र पर परीक्षा देने वाले 200 से अधिक छात्रों ने 720 में से 600 से ऊपर अंक प्राप्त किए हैं। यह जानकारी NEET 2024 परिणाम के आंकड़ों पर आधारित है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने 4 जून 2024 को NEET UG 2024 का परिणाम घोषित किया था।
2024 में NEET अंकों और रैंक के बीच महत्वपूर्ण अंतर को लेकर चर्चा। इस बार राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने NEET परिणाम घोषित किया, जिसमें छात्रों के अंक और उनकी रैंक के बीच बड़ा अंतर देखा गया। प्रतियोगिता में वृद्धि के कारण विभिन्न श्रेणियों के लिए कटऑफ अंक बढ़ गए हैं, जिससे MBBS और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश करना और भी मुश्किल हो गया है।
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