शिल्पी राज का 'रे पगला': एक गाने के कई रंग
भोजपुरी म्यूजिक में जब कोई नया गाना वायरल होता है, तो इंटरनेट पर उसकी चर्चा में कोई कमी नहीं रहती। शिल्पी राज का ‘रे पगला’ ऐसा ही एक नाम बन गया, जिसे सुनते ही लोग थिरकने लगते हैं। 2022 में रिलीज हुआ ये गाना सिर्फ ऑडियो नहीं, बल्कि शानदार वीडियो और हाई-क्वालिटी कोरियोग्राफी के साथ आया। गाने में सबा खान की झलक तो शुरू से ही दर्शकों की फेवरिट रही, लेकिन प्रोडक्शन टीम, डायरेक्शन और कास्ट की रचनात्मकता ने इसको चार चाँद लगा दिए।
18 अक्टूबर 2022 को ये गाना पहली बार यू-ट्यूब पर आया था। म्यूजिक अरया शर्मा ने दिया और बोल सागर परदेशी ने लिखे। बीट्स और मेलोडी इतनी कनेक्टिंग थी कि फैन्स ने तुरंत इसे प्लेलिस्ट में जोड़ लिया। डायरेक्टर गोल्डी जयसवाल और कोरियोग्राफर बॉबी जैक्सन ने वीडियो को ऐसे शूट किया जैसे बड़ा फिल्मी सॉन्ग हो—हर फ्रेम में धमाल, हर स्टेप में ऊर्जा।
फिर-फिर लौटा 'रे पगला': हर बार नए चेहरे, नई ताजगी
गाने का क्रेज यहीं नहीं रुका। 2024 में आया एक खास वर्जन, जिसमें शिल्पी राज के साथ राजनीश सिंह और रिया प्रजापति नजर आए। ये नई टीम और उनके डांस मूव्स ने पुराने फैंस को एक बार फिर बांध लिया। प्रदर्शन में बदलाव और वैरायटी लाकर भी गाने की भावनात्मक गहराई जस की तस रखी गई। मार्च 2025 में एक और कलेक्शन आया, जिसमें रितेश पांडे और टोशी द्विवेदी की जोड़ी थी—फॉलोअर्स ने फिर से भरपूर रिस्पॉन्स दिया। हर नये वर्जन में नई जोड़ी, ताजगी, और कोरियोग्राफी की झलक दिखी, लेकिन गाने का दिल वही रहा।
‘रे पगला’ के इतने सारे रीमेक और रीमिक्स की असली ताकत उसका यूनिक इमोशनल टच है। हर्टब्रेक, मस्ती और ठेठ भोजपुरी अंदाज इस गाने को ट्रेंड में बनाए रखते हैं। यही वजह है कि ये गाना बार-बार यूट्यूब ट्रेंड्स में दिखता है और शिल्पी राज की पहचान का हिस्सा बन चुका है।
आजकल तो इतना पॉपुलर हो गया है कि Spotify, YouTube Music, और Gaana जैसी हर म्यूजिक ऐप में ये गाना मिल जाएगा। प्रमोशनल पोस्टर्स में भी कई बार इसके डिफरेंट वर्जन के लिंक दिए गए हैं। कमर्शियल सक्सेस तो है ही, क्रिएटिव टीम ने इसे हर बार नए रूप में पेश किया, जिससे इसका जादू बरकरार है।
Deepti Chadda
जुलाई 12, 2025 AT 10:54भोजपुरी म्यूजिक की दुनिया में ये गाना अब एक रिलीज नहीं, एक रिवॉल्यूशन है! 💥🔥
Akul Saini
जुलाई 13, 2025 AT 22:10इस गाने की संरचना में एक अद्वितीय लिंग्विस्टिक और म्यूजिकल डायनामिक्स देखी जा सकती है-भोजपुरी लोक धुनों का आधुनिक इलेक्ट्रो-फ़ोक रीमिक्स, जिसमें वाक्यांशों का रिपीटेशन एक कॉग्निटिव हुक के रूप में कार्य करता है। यह न केवल एक ट्रैक है, बल्कि एक सांस्कृतिक ऑपरेटिंग सिस्टम का उदाहरण है।
Preeti Bathla
जुलाई 15, 2025 AT 11:41अरे भाई, ये गाना तो सिर्फ शिल्पी राज का नहीं, पूरे भोजपुरी इंडस्ट्री का ब्रांड बन गया है! 😤 जिसने भी इसे रीमिक्स किया, उसकी ताकत देखो-कोई भी नया वर्जन आया तो सब डांस करने लगे! 🕺💃
AAMITESH BANERJEE
जुलाई 16, 2025 AT 05:08मैंने इस गाने के तीनों वर्जन एक साथ बनाकर एक प्लेलिस्ट बना ली है-हर बार जब भी मन बदलता है, तो एक अलग वर्जन चलाता हूँ। पहला वर्जन जब दुखी होता हूँ तो, दूसरा जब फेस्टिवल मूड होता है, और तीसरा जब बस बिना कारण बस थिरकना होता है। ये गाना बस एक गाना नहीं, एक मूड स्विच है। और हाँ, डांस फ्लोर पर इसका इस्तेमाल करके तो मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को भी जीत लिया। 😅
Akshat Umrao
जुलाई 17, 2025 AT 19:00बहुत अच्छा गाना है 😊👏 शिल्पी राज की एनर्जी तो बस देखने लायक है।
Arvind Singh Chauhan
जुलाई 18, 2025 AT 17:41मैंने इस गाने को सुनकर अपनी बहन को रो दिया। नहीं, ये बात नहीं कि गाना दुखद है-बल्कि इसमें वो भोजपुरी जज़्बा है जो मुझे अपने गाँव के उस पुराने चौक की याद दिलाता है, जहाँ मैंने अपनी पहली डांस बनाई थी। आज वो चौक नहीं बचा, लेकिन ये गाना उस जगह को फिर से जीवित कर देता है। शिल्पी राज को धन्यवाद।
Aayush ladha
जुलाई 19, 2025 AT 11:44ये सब बकवास है। ये गाना तो सिर्फ बॉलीवुड के नकली फॉलोअर्स का बनाया हुआ फेक फोक है। असली भोजपुरी संगीत तो लोक गीतों में है, जिनमें जमीन की खुशबू होती है। इसमें तो बस डांस और लाइट्स हैं-कोई दिल नहीं।
Anjali Sati
जुलाई 19, 2025 AT 23:05इतने रीमिक्स? ये तो बस एक गाने को फाड़कर फिर से बेच रहे हैं। असली कलाकार तो नया बनाते हैं, न कि पुराने के टुकड़े जोड़कर वायरल होने की कोशिश करते हैं।
sunil kumar
जुलाई 21, 2025 AT 18:26क्या ये गाने के विभिन्न वर्जनों के बीच कोई सांस्कृतिक विकास का पैटर्न देखा जा सकता है? जैसे कि पहले वर्जन में ट्रेडिशनल इंस्ट्रूमेंट्स का उपयोग था, फिर धीरे-धीरे इलेक्ट्रॉनिक बीट्स ने उसे विस्थापित किया-क्या ये युवा पीढ़ी के सांस्कृतिक अनुकूलन का एक उदाहरण है?
Rampravesh Singh
जुलाई 22, 2025 AT 15:24मैं इस गाने को अपने स्कूल के डांस कॉम्पिटिशन में यूज़ करता हूँ। लड़कियाँ बस इसके बीट पर आ जाती हैं। मैंने इसे अपने छात्रों के लिए एक टीचिंग टूल बना दिया है-अंग्रेजी बोलने में शर्म आती है, तो इस गाने के साथ भोजपुरी शब्दों का अभ्यास कराता हूँ। बच्चे बिना किसी दबाव के गाने लग जाते हैं। यही शिक्षा का असली अर्थ है।
Sonu Kumar
जुलाई 23, 2025 AT 05:36मैंने इस गाने के बारे में लिखा है-एक एस्से, एक पोडकास्ट, और एक रिसर्च पेपर भी। ये गाना एक लिंग्विस्टिक और न्यूरो-साइकोलॉजिकल फीनोमिनॉन है। आपको पता है कि इसके बीट्स की फ्रीक्वेंसी, लोगों के ब्रेन में डोपामाइन सेक्रेशन को 37% बढ़ा देती है? और ये नहीं कि मैंने इसे खुद टेस्ट किया... मैंने एक लैब में एक डॉक्टर के साथ इसे रिसर्च किया। और हाँ, वो डॉक्टर ने मुझे अपनी डिसर्टेशन में एक फुटनोट में भी नहीं उल्लेख किया... लेकिन ये तो उसकी गलती है।