कोलकाता के डॉक्टर हत्या और बलात्कार मामले ने एक नया मोड़ लिया है। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की एक महिला डॉक्टर की हत्या और बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार संजय राय के अतीत के चौंकाने वाले तथ्य उसकी सास और नंद ने उजागर किए हैं। इस मामले ने शहर के चिकित्सा क्षेत्रों में हड़कंप मचा दिया है।
आरोपी संजय राय की सास और नंद ने जारी किए गए बयान में उसके अतीत की काली सच्चाईयों को उजागर किया है। उनके अनुसार, संजय का वैवाहिक जीवन बहुत ही हिंसक रहा है। उसने अपनी पत्नियों के साथ मारपीट की और उनका जीवन नर्क बना दिया। उसकी पहली पत्नी की कैंसर से मृत्यु के समय उसने उसे उचित चिकित्सा सुविधा भी नहीं दी थी, और उसकी देखभाल में भी बहुत लापरवाही बरती थी।
इन पारिवारिक सदस्यों का आरोप है कि संजय ने कई शादियां की हैं और यह सभी शादियां बहुत अधिक समस्याग्रस्त रही हैं। उसकी वर्तमान पत्नी की भी हालत बहुत खराब है और वह भी संजय के अत्याचारों का शिकार रही है।
संजय की सास और नंद ने साफ तौर पर कहा है कि संजय को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। वे चाहते हैं कि उसे कानून के अनुसार सबसे सख्त सजा दी जाए ताकि और भी लोग उसके जैसे अपराधियों से सुरक्षित रह सकें। इसके पहले भी, कलighat पुलिस थाने में संजय के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है, लेकिन संजय के पुलिस अधिकारियों के साथ संबंधों के कारण उसे कोई कड़ी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ा।
इस मामले ने कोलकाता के चिकित्सा परिसरों में काम करने वाली महिला चिकित्सा कर्मचारियों की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना के बाद, कई जूनियर डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन कर अस्पताल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने की मांग की है।
चकित करने वाली बात यह है कि संजय राय का संबंध वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से है, जिसकी वजह से उसे अस्पताल के विभिन्न विभागों तक अनियंत्रित पहुंच मिलती रही है। यह घटना अस्पतालों में सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल की जरूरत को उजागर करती है ताकि सभी कर्मचारी सुरक्षित महसूस कर सकें।
डॉक्टर्स और चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अब एक बड़ी प्राथमिकता बन गई है। खासकर महिला डॉक्टरों और नर्सों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। इस घटना के बाद संबंधित अस्पताल प्रशासन और सरकार की ओर से सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की मांग तेज हो गई है।
वर्तमान में कई अस्पताल पारदर्शी सुरक्षा नीति बनाने पर विचार कर रहे हैं, जिसमें निगरानी कैमरों की संख्या बढ़ाना, सुरक्षा गार्ड्स की नियुक्ति, और आंतरिक प्रवेश प्रणाली को सख्त करना शामिल है। पुस्तिकाओं में महत्वपूर्ण स्थानों और संवेदनशील क्षेत्रों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए मेटल डिटेक्टर और अन्य आधुनिक सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल भी किया जाएगा।
इस घटना ने हमें यह भी याद दिलाया है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं है। परिवार, समाज और संस्थानों को मिलकर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी। अन्यथा, ऐसे अपराधी अपने प्रभाव और संपर्कों की बदौलत बच निकलेंगे और समाज में असुरक्षा का माहौल बना रहेगा।
इस मामले के आगामी प्रगति और पुलिस कार्रवाई का परिणाम देखकर ही स्पष्ट हो सकेगा कि संजय राय जैसे अपराधियों को कानून से बचने का मौका नहीं मिलेगा।
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