सिमोन बाइल्स फिर से ओलंपिक मंच पर
सिमोन बाइल्स ने जिमनास्टिक्स की दुनिया में अपनी अद्वितीय प्रतिभा और कठिन रूटीन के माध्यम से खुद को अमर कर लिया है। इतिहास की सबसे सजाई गयी जिमनास्ट के रूप में, बाइल्स पेरिस 2024 ओलंपिक्स में अपनी चमक बिखेरने को तैयार हैं। टोक्यो 2020 ओलंपिक्स में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कठिनाइयों का सामना करने के बाद, बाइल्स ने अपने प्रशिक्षण और जीवन के दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण परिवर्तन किये हैं।
मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता
मानसिक स्वास्थ्य से जूझने के बाद, बाइल्स ने समझा कि मानसिक स्वास्थय की देखभाल कितनी महत्वपूर्ण है। वह अब सप्ताह में एक बार थेरेपी सत्र में भाग लेती हैं और अपने और अपने परिवार के लिए समय लेती हैं। यह बदलाव उनके जीवन में संतुलन लाया है और उनका प्रदर्शन और भी प्रबल हुआ है। 2023 में एनएफएल खिलाड़ी जोनाथन ओवेन्स से शादी करने के बाद, बाइल्स का दृष्टिकोण जीवन के प्रति और भी व्यापक हो गया है जिसमें जिमनास्टिक्स अब सिर्फ उनके दिन का एक हिस्सा है।
अद्वितीय सफलता की निरंतरता
इन सभी परिवर्तनों के बावजूद, बाइल्स ने अपनी अविरल सफलता जारी रखी है। 2013 से अब तक किसी भी ऑल-अराउंड प्रतियोगिता में वह नहीं हारी हैं। 2023 और 2024 में उन्होंने अपने आठवें और नौवें यू.एस. खिताब जीते। बेल्जियम के एंटवर्प में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में, बाइल्स ने टीम यूएसए को शीर्षक दिलाने में मदद की और ऑल-अराउंड, बैलेंस बीम और फ्लोर एक्सरसाइज में स्वर्ण पदक जीते।
पेरिस 2024 की तैयारी
पेरिस 2024 ओलंपिक्स के शुरुआती दौर में बाइल्स ने ऑल-अराउंड में बढ़त बनाए रखी और चार व्यक्तिगत फाइनल के लिए क्वालीफाई किया: ऑल-अराउंड, वॉल्ट, बैलेंस बीम और फ्लोर एक्सरसाइज। बाइल्स की यात्रा उनके सहायक परिवार और साथियों द्वारा समर्थित है, जिनमें से कई उनकी अत्यधिक प्रशंसा करते हैं, खासकर उनके वॉल्ट के लिए, जिसमें दो बैकफ्लिप शामिल होते हैं और इतनी उच्च कठिनाइयों के बावजूद अगर वह लैंडिंग पर गिर भी जाएं, तो भी पदक जीतने की संभावना रहती है।
मानसिक स्वास्थ्य पर वैश्विक संवाद
सिमोन बाइल्स की उल्लेखनीय क्षमताओं ने खेलों में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर वैश्विक चर्चाओं को प्रेरित किया है। बाइल्स ने न केवल अपनी पहलुओं में उत्कृष्टता हासिल की है बल्कि उन्होंने प्रेरित किया है कि कैसे एक एथलीट का मानसिक स्वास्थ्य उनके समग्र प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है। उनके साहस और ईमानदारी ने उन्हें न केवल जिमनास्टिक्स समुदाय में, बल्कि वैश्विक खेल प्रेमियों के बीच भी एक प्रेरणा का स्रोत बना दिया है।
Irigi Arun kumar
जुलाई 30, 2024 AT 22:34सिमोन बाइल्स ने जिम्नास्टिक्स की दुनिया में एक नया मानक तय कर दिया है, और मुझे लगता है कि उनकी यह विरासत सिर्फ पदकों से नहीं, बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के फैसले से बनी है। जब तक हम एथलीट्स को सिर्फ उनके प्रदर्शन के आधार पर ही नहीं देखेंगे, तब तक हम उनके इंसान होने को भूल जाएंगे। बाइल्स ने दिखाया कि ताकत सिर्फ मांसपेशियों में नहीं, बल्कि आत्मा में भी होती है। उन्होंने अपनी आवाज उठाई, और दुनिया ने सुना। अब हर युवा एथलीट को यह समझना चाहिए कि थक जाना और रुक जाना कमजोरी नहीं, बल्कि स्वयं के प्रति सम्मान है। यह बदलाव खेल के इतिहास में एक नई धारा ला रहा है।
Jeyaprakash Gopalswamy
अगस्त 1, 2024 AT 10:20बाइल्स की यात्रा देखकर लगता है जैसे कोई अपने घर की छत से कूदकर एक नए जीवन की शुरुआत कर रहा हो। उन्होंने अपने आप को बचाया, और इस बात का बहुत बड़ा असर हुआ है। मैंने अपने बच्चों को भी यही सिखाया है - जब तुम अपने दिमाग को ठीक नहीं कर पाते, तो तुम्हारी बाकी सारी चीजें ठीक नहीं हो सकतीं। बाइल्स ने सिर्फ एक गोल्ड मेडल नहीं जीता, बल्कि एक पीढ़ी को जीवन जीने का नया तरीका सिखाया।
ajinkya Ingulkar
अगस्त 1, 2024 AT 15:33ये सब बकवास है। खेल में जीतना है, न कि थेरेपी के लिए टाइम बर्बाद करना। हमारे देश में लाखों बच्चे बिना खाने के भी ट्रेनिंग करते हैं, और तुम यहाँ एक अमेरिकी खिलाड़ी की भावनाओं की तारीफ कर रहे हो? बाइल्स ने जो किया, वो बहुत अच्छा था, लेकिन उसके बाद भी वो नियमों के खिलाफ खेल रही हैं - जब वो टोक्यो में वापस आईं, तो उन्होंने अपनी टीम को नुकसान पहुँचाया। अगर तुम खेल खेलना चाहते हो, तो दिमाग को बंद कर दो, और जितना जोर से उछालो, उतना बेहतर।
nidhi heda
अगस्त 2, 2024 AT 05:52ओम्ग ये तो बिल्कुल ब्रेकिंग न्यूज़ है!! 🤯 मैंने आज सुबह बाइल्स का एक वीडियो देखा जहाँ वो अपने पति के साथ बैठकर चाय पी रही थीं... और फिर उन्होंने वॉल्ट के लिए एक नया रूटीन बनाया... और फिर उनके बालों का रंग बदल गया!! 😭 मुझे लगा जैसे कोई फिल्म चल रही हो... उनकी आँखों में वो चमक... वो शांति... वो बल... मैं रो पड़ी... 🫂 ये तो सिर्फ खेल नहीं, ये तो जीवन का एक अनुभव है!!!
DINESH BAJAJ
अगस्त 3, 2024 AT 03:43तुम सब ये क्या बकवास लिख रहे हो? बाइल्स ने टोक्यो में अपनी टीम को नुकसान पहुँचाया और फिर वापस आकर जीत गईं - ये नियम नहीं, ये बेइंतहा अहंकार है। खेल के नियम बने होते हैं, उन्हें तोड़ने का अधिकार किसी को नहीं होता। अगर तुम्हारा दिमाग खराब है, तो खेल छोड़ दो। वो जो बनाई गई रूटीन है, उसके लिए उन्होंने दो साल लगाए, लेकिन उसके बाद भी उनके पास एक बार फिर से अपनी टीम को खतरे में डालने का फैसला करने का अधिकार नहीं था।
Rohit Raina
अगस्त 3, 2024 AT 08:48