नया शेयर बाजार में कदम रखना कभी आसान नहीं लगता, खासकर जब आईपीओ (Initial Public Offering) की बात हो। लेकिन अगर आप सही जानकारी और आसान स्टेप्स जानते हैं, तो आईपीओ आपके पोर्टफोलियो में बड़ी भरपाई कर सकता है। इस लेख में हम आईपीओ क्या है, कैसे अप्लाई करें और कौन से टिप्स फॉलो करें, सब समझेंगे।
आईपीओ का मतलब है किसी निजी कंपनी का अपना शेयर पब्लिक को बेचना। यानी कंपनी अपने हिस्से को एक्सचेंज पर लिस्ट कर देती है और निवेशकों को शेयर खरीदने का मौका मिल जाता है। इसका मुख्य फायदा दो तरफा है: कंपनी को पूँजी मिलती है और निवेशकों को शुरुआती दाम पर शेयर मिल जाता है, जो बाद में बढ़ भी सकता है।
बाजार में अक्सर देखते हैं कि कुछ आईपीओ लॉन्च होते ही शेयर की कीमत 30-50% तक कूद जाती है। यही कारण है कि कई लोग आईपीओ को ‘सोनै की खान’ समझते हैं। लेकिन हर आईपीओ फायदेमंद नहीं होता, इसलिए सही रिसर्च जरूरी है।
1. **डिमॅट अकाउंट खोलें** – अगर आपके पास पहले से नहीं है, तो अपने ब्रोकरेज या बैंक से डिमॅट अकाउंट बनवाएं। यह शेयर रखने का इलेक्ट्रॉनिक बेड है।
2. **ब्रोकर या एप चुनें** – ज़ीरो ब्रोकर, विकास, एंगेज या कोई भी भरोसेमंद एप उपयोग कर सकते हैं। एप पर KYC (Know Your Customer) पूरी कर लें, नहीं तो आवेदन नहीं चलेगा।
3. **डेटा शीट पढ़ें** – कंपनी की प्रॉस्पेक्टस (डेटा शीट) में बिजनेस मॉडल, फाइनेंशियल्स और रिस्क फैक्टर्स लिखे होते हैं। यहाँ से आप तय कर सकते हैं कि कंपनी में लम्बे समय का स्कोप है या नहीं।
4. **ऑफ़रिंग रेंज और पैटर्न देखिए** – हर कंपनी तय करती है कि शेयर की कीमत किस रेंज में होगी (उदाहरण: ₹150‑₹200)। अगर आप रेंज के नीचे बिड करेंगे, तो कम कीमत पर शेयर मिल सकता है।
5. **ऑनलाइन एप्लिकेशन भरे** – एप पर ‘IPO Apply’ सेक्शन में शेयर की संख्या और बिड कीमत डालें। अगर बिड सफल रहा, तो इश्यू वैलिडेशन के बाद शेयर आपके डिमॅट में मिलेगा।
6. **ऑनलिस्टिंग के बाद देखें** – अगर शेयर लिस्टेड हो गया और कीमत ऊपर गई, तो आप तुरंत बेच सकते हैं या होल्ड कर सकते हैं। ध्यान रहें, लिस्टिंग के बाद की कीमतें कभी‑कभी गिर भी सकती हैं।
2025 में कई बड़े प्लेयरों ने आईपीओ की घोषणा की है। कुछ लोकप्रिय सेक्टर जैसे तकनीक, हेल्थकेयर और ई‑कॉमर्स में एंट्री करने वाली कंपनियों पर ध्यान देना चाहिए। उदाहरण के तौर पर, ‘टेक इनोवेटर्स लिमिटेड’ (AI‑ड्रिवन SaaS) और ‘ग्रीन एग्रीकल्चर प्रॉडक्ट्स’ (इको‑फ्रेंडली खेती) के बारे में जानकारी मिलती रहती है।
इन कंपनियों के बैलेंस शीट, लोन की स्थिति और मार्केट पोजिशन को देखकर आप तय कर सकते हैं कि बिड लगाना है या नहीं। चोटे‑मोटे रिव्यू के बाद, अगर प्रॉस्पेक्टस में स्टेबल कॅश फ्लो और ग्रोथ प्लान दिखे, तो बिड लगाना सुरक्षित हो सकता है।
ध्यान रखें, आईपीओ में जोखिम हमेशा रहता है। इसलिए सिर्फ हाई लीडरशिप या ब्रांड नाम देखकर नहीं, बल्कि फाइनेंशियल डेटा और इंडस्ट्री ट्रेंड को देख कर फैसला करें।
अगर आप पहली बार आईपीओ में निवेश कर रहे हैं, तो छोटे बिड से शुरू करें और धीरे‑धीरे अनुभव के साथ बढ़ाएँ। साथ ही, बाजार की खबरें और विशेषज्ञों की राय रोज़ पढ़ते रहें, इससे आपका निर्णय सही रहेगा।
तो फिर, अब देर किस बात की? अपना डिमॅट अकाउंट एक्टिवेट करें, भरोसेमंद ब्रोकर चुनें और अगले बड़े आईपीओ के लिए बिड लगाना शुरू करें। सीखें, समझें और शेयर मार्केट में अपना कदम रखें।
ममता मशीनरी का आईपीओ 19 दिसंबर 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला और 23 दिसंबर 2024 को बंद होगा। कुल ₹179.39 करोड़ का यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल है। कंपनी प्लास्टिक बैग और पाउच बनाने की मशीनों के उत्पादन में विशेषज्ञता रखती है। निवेशकों के लिए मूल्य ₹230 से ₹243 प्रति शेयर के बैंड में तय किया गया है।
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