जब बात बी.आर. गवई, एक तेज़ गेंदबाज़ और पाकिस्तान क्रिकेट का उभरता सितारा के होती है, तो उनके आँकड़े, पिच पर भूमिका और हालिया परफॉर्मेंस समझना ज़रूरी है। इस नाम को अक्सर बाबर रयाल गवई के रूप में भी सुना जाता है, जो अपनी बाउंस और सटीकता से बैट्समैन को परेशान करता है। नीचे हम उनके करियर की मुख्य बातें और जुड़ी घटनाओं का ज़िक्र करेंगे।
क्रिकेट, जो पीएलएस, पाकिस्तानी सुपर लीग के साथ मिलकर बी.आर. गवई को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक्सपोज़र देता है। PSL में उनके तेज़ रफ़्तार डिलीवरीज़ ने कई मैचों की दिशा बदल दी, जैसे 2025 की हाफ‑साइज़्ड सुटिंग जहाँ उन्होंने बेतहाशा विकेट ले लिए। इसी कारण वे बीसीसीआई की नज़र में भी अहम बन गए।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC, क्रिकेट का विश्व शासक निकाय) ने बी.आर. गवई को विभिन्न फ़ॉर्मेट्स में टूर के लिए चुना है, विशेषकर T20 और वनडे में। उनका औसत स्पीड 145 kph से ऊपर रहता है, और उनका "ड्राइव" बॉल अक्सर बैट्समैन को साइड‑लाइन पर भेज देता है।
महिला क्रिकेट में भी बी.आर. गवई की भूमिका कम नहीं है; उन्होंने कुछ लैसिएटेड मैचों में पुरुषों के साथ प्रैक्टिस कर महिला फ़ास्ट बॉलर्स को टेढ़ा-मेढ़ा करने में मदद की। इस सहयोग से भारत महिला टीम के गेंदबाज़ों ने अपने एंगल और लीडरशिप में सुधार देखा, जैसा कि हालिया इंडिया‑वर्सेस इंग्लैंड महिला टी20 श्रृंखला में स्पष्ट था।
बी.आर. गवई दबे़लों की रणनीति को समझता है, इसलिए वह बेहतर रेंज कंट्रोल के साथ गेंदें डालता है। यह जुड़ाव (बी.आर. गवई) – (ड्राइव बॉल) – (विकेट) के बीच एक स्पष्ट कारण संबंध दर्शाता है। साथ ही, (बी.आर. गवई) – (पीएलएस) – (फ़ैन्स) का संबंध दर्शाता है कि PSL में उनके प्रदर्शन से फैंस की प्रत्याशा बढ़ी।
आगामी मौसम में बी.आर. गवई को यूएई और इंग्लैंड के खिलाफ क्रमबद्ध श्रृंखला में खेलते देखेंगे। उनका अगला डेब्यू 2025 के ICC चैंपियंस ट्रॉफी में होगा, जहाँ वे बॉलिंग फ़ैक्टर को बढ़ाने के नए प्लॉट्स पेश करेंगे।
बैट्समैन के लिए बी.आर. गवई का बॉलिंग पैटर्न एक चुनौती है। उनका स्लो डेसेंडिंग बॉल और सिंगल स्टेप अप वरिएशन अक्सर ड्रॉप शॉट्स को कम कर देते हैं। भारतीय टॉप ऑर्डर बटर्स ने इस बॉल को संभालने में कठिनाई जताई, खासकर 2025 की लीग फाइनल में जब उन्होंने दो फोर्टन्स से हार नहीं मानी।
ट्रेनिंग सत्रों में बी.आर. गवई ने हाई‑इंटेंसिटी इंटर्वल वर्कआउट अपनाया है, जिससे उनकी स्टेमिना और रिफ़्लेक्स तेज़ रहे। उनकी फिटनेस रूटीन में स्प्रिंट, थ्रो और कोर स्ट्रेंथ को मिलाकर एक समग्र पैकेज तैयार किया गया है, जो उन्हें लगातार 20‑ओवर तक तेज़ गति बनाए रखने में मदद करता है।
मैनेजमेंट टीम बी.आर. गवई को विभिन्न मैच स्थितियों में अलग‑अलग रोल देती है – कभी ओपनिंग बाउलर, कभी मिड‑ओवर्स में प्रेशर बॉल। इस लचीलापन ने उन्हें कोचिंग स्टाफ के साथ बेहतर सीनियरिटी हासिल करने में मदद की, जिससे वह युवा खिलाड़ियों के मेंटर भी बन गए हैं।
इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर, नीचे दी गई सूची में आप बी.आर. गवई से जुड़ी ताज़ा रिपोर्ट, मैच विश्लेषण और एक्सक्लूसिव इंटरव्यू पाएँगे, जो आपके क्रिकेट ज्ञान को और गहरा करेंगे।
वकील राकेश किशोर ने 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की, सुरक्षा ने बचाव किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की.
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