अगर आप दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े हैं या आवाज़ उठाना चाहते हैं, तो DUSU (दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन) आपका पहला स्टॉप है। यहाँ आपको चुनाव, नीतियों, कैंपस इवेंट्स और छात्रों के अधिकारों से जुड़ी हर खबर मिलती है। हम अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब, आसान गाइड और तुरंत अपडेट देते हैं, ताकि आप कभी भी जानकारी से बाहर न रहें।
DUSU चुनाव सिर्फ एक बोर्ड का चुनाव नहीं है, यह छात्रों की वास्तविक जरूरतों को उजागर करने की मंच है। हर साल मतदाता के तौर पर आप तय करते हैं कि कैंपस में कौन-सी समस्याओं को प्राथमिकता मिलेगी – चाहे वो फीस में कटौती हो, परीक्षा में सुधार हो या नई सुविधाओं की माँग। जब सही प्रतिनिधियों को चुना जाता है, तो उनका काम बेशक यूनिवर्सिटी प्रशासन के साथ मिलकर छात्रों के लिए बेहतर वातावरण बनाना होता है।
पिछले कुछ सालों में DUSU ने कई बार नीतियों को बदलने में मदद की है, जैसे कि ग्रेजुएशन लाइसेंस में सुधार, कंप्यूटर लैब की नई सुविधाएँ और कैंपस सुरक्षा को सुदृढ़ करना। इसलिए हर वोट की कीमत समझना और सही उम्मीदवार को समर्थन देना ज़रूरी है।
यहाँ कुछ हाल की घटनाएँ हैं जो DUSU से सीधे जुड़ी हैं:
अगर आप इस साल के चुनाव में भाग लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपनी मतदान पहचान पत्र (Voter ID) अपडेट कर रखें। इसके बाद विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट या DUSU की सोशल मीडिया पेज पर लॉग‑इन करके अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट दे सकते हैं।
हमारी साइट पर आप हर अपडेट को जल्दी से पढ़ सकते हैं – चाहे वह चुनाव घोषणा हो, उम्मीदवारों के बायो हो या फिर लाइव रिपोर्ट। साथ ही, अगर आपके पास कोई सवाल या सुझाव है, तो हमसे टिप्पणी में साझा कर सकते हैं। हम आपके फीडबैक को लेकर अगले पोस्ट में सुधार लाते रहेंगे।
सारांश में, DUSU का हर कदम आपके कैंपस जीवन को सीधे प्रभावित करता है। इसलिए इसे नजरअंदाज़ न करें, हर सूचना को पढ़ें और जरूरत पड़ने पर आवाज़ उठाएं। हमारी साइट पर रोज़ाना नई खबरें आती रहती हैं, तो जुड़ते रहें और अपनी आवाज़ को मजबूती से पेश करें।
दिल्ली विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई कॉलेज में प्रिंसिपल के कक्ष में गोबर पोतने की घटना सुर्खियों में रही। DUSU अध्यक्ष रोनक खत्री ने यह विरोध तब किया जब प्रिंसिपल ने कक्षाओं में ठंडक के लिए गोबर का लेप कराया था। इस पर छात्रों और अधिकारियों ने सवाल उठाए हैं।
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