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गांधी परिवार: भारतीय राजनीति का शिरीष स्तम्भ

जब हम "गांधी परिवार" शब्द सुनते हैं, तो मन में मोहनदास के अहिंसात्मक संदेश से लेकर इंद्रा, राजीव और सोनिया तक के नाम उभरते हैं। यह परिवार सिर्फ एक वंश नहीं, बल्कि स्वतंत्रता, विकास और चुनौतियों की कहानी है। यहाँ हम एक-एक करके इस परिवार के प्रमुख सदस्यों और उनके योगदान को समझेंगे, ताकि आप भी जल्दी से समझ सकें कि इस नाम का भारतीय राजनीति में क्या महत्त्व है।

गांधी परिवार का इतिहास – पितामह से प्रेरणा

मोहनदास करमचंद गांधी, जिन्हें अक्सर ‘बापू’ कहा जाता है, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के मुख्य नेता थे। उन्होंने अहिंसा, सत्याग्रह और स्वदेशी जैसे सिद्धांतों से लाखों लोगों को प्रेरित किया। उनका व्यक्तिगत जीवन साधारण था, लेकिन उनका राजनीतिक असर गहरी जड़ें डाल गया। मोहनदास के दो बेटे—हरीदेव और सत्यजीत—भी स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा ले चुके थे, परन्तु उनका राजनीतिक करियर सीमित रहा।

हारीदेव की सबसे बड़ी उपलब्धि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षता करना थी, जबकि सत्यजीत ने टेलीविजन और फिल्म क्षेत्र में अपने कदम रखे। लेकिन आज हम जब गांधी परिवार की बात करते हैं, तो सबसे ज्यादा ध्यान इंदिरा गांधी पर होता है—मोहनदास की बेटी, जो दो बार भारत की प्रधानमंत्री बनीं। इंदिरा ने 1966 में सत्ता संभाली और कई बुरे समय में देश को संभाला। उन्होंने 1971 में आज़ाद बांग्लादेश की रचना में अहम भूमिका निभाई।

वर्तमान में गांधी परिवार की भूमिका – नई पीढ़ी और राजनीति

इंदिरा की मृत्यु के बाद उनका बेटा राजीव गांधी राजनीति में आगे आए। राजीव ने 1984 में प्रधानमंत्री पद संभाला, लेकिन उनका कार्यकाल आर्थिक सुधारों और तकनीकी प्रगति से भरा था। उन्होंने टेलीफोन और कंप्यूटर की नीति को आधुनिक बनाया, जिससे भारत का आईटी बूम शुरू हुआ। दुर्भाग्यवश, 1991 में उनकी अचानक मृत्यु ने देश को एक बड़ा झटका दिया।

राजीव के बाद, उनका भाई सनीकांत गांधी (सोनिया गांधी) ने कांग्रेस को नेतृत्व दिया। सोनिया ने कई बार पार्टी के अध्यक्ष पद पर कार्य किया और 2004‑2014 के बीच भाजपा‑एनडीडी गठबंधन के खिलाफ राजनीति की। उनका फ़ोकस ग्रामीण विकास, आरक्षण और सामाजिक न्याय रहा है। अब उनकी संतान—राजीव गांधी (सांत्वन सिंह) और उसके बेटे अहमद अल्ला (डॉ. अभिषेक)—भी राजनीति में सक्रिय हैं, पर अभी तक वे मुख्य धारा में नहीं आए।

गांधी परिवार की कहानी शक्ति, संघर्ष और परिवर्तन की कहानी है। इस परिवार ने भारत को स्वतंत्रता से लेकर आर्थिक उन्नति तक कई मोड़ दिखाए हैं। चाहे मोहनदास का अहिंसात्मक संदेश हो या इंदिरा के ताज़ा निर्णय, हर कदम ने देश को नई दिशा दी है।

अगर आप आज के भारतीय राजनीति की समझ बढ़ाना चाहते हैं, तो गांधी परिवार के इतिहास को जानना ज़रूरी है। यह न सिर्फ अतीत को समझाता है, बल्कि भविष्य में संभावित बदलावों को भी संकेत देता है। इस टैग पेज पर आप कई लेख पाएंगे जो गांधी परिवार के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से बताते हैं—जैसे उनके व्यक्तिगत जीवन, राजनीतिक रणनीतियां, और सामाजिक प्रभाव। पढ़ते रहिए और भारतीय राजनीति की गहरी धारा को महसूस कीजिए।

प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड से लड़ेंगी चुनाव, गांधी परिवार के संसद में होंगे तीन सदस्य

प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड से लड़ेंगी चुनाव, गांधी परिवार के संसद में होंगे तीन सदस्य

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने घोषणा की है कि प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड, केरल से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। राहुल गांधी इस सीट को छोड़कर रायबरेली में अपनी पकड़ बनाएंगे। इस बड़े फैसले से संसद में गांधी परिवार के तीन सदस्य होंगे। यह चुनावी कदम पार्टी की रणनीति का हिस्सा है, विशेषकर हालिया लोकसभा चुनावों के मद्देनजर।

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