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कोल्ड स्टोरेज क्या है और क्यों जरूरी?

कोल्ड स्टोरेज का मतलब है ऐसी जगह जहाँ तापमान को कम करके फल‑सब्ज़ी, दूध, माँस या दवाइयाँ जैसी नाज़ुक चीज़ों को देर तक ताज़ा रखा जाता है। आजकल हर किसान और रिटेलर इसे ज़रूरी मान रहा है क्योंकि बिना ठंडक के सामान जल्दी खराब हो जाता है। इस लेख में हम समझेंगे कि कोल्ड स्टोरेज क्यों ज़रूरी है, इसके कौन‑कौन से प्रकार होते हैं और सही सुविधा कैसे चुनें।

भारत में कृषि उत्पादन हर साल बढ़ रहा है, लेकिन फसल कटने के बाद नुकसान भी बहुत है। अगर फसल को सही समय पर बाजार तक नहीं पहुँचाया गया तो बड़ी मात्रा में फल‑सब्ज़ी सड़ जाती है। कोल्ड स्टोरेज इन नुकसानों को कम करता है, किसानों को बेहतर कीमत दिलाता है और उपभोक्ताओं को साल भर ताज़ा प्रोडक्ट मिलते हैं। यही कारण है कि आज राज्यों में बड़े‑बड़े कोल्ड स्टोरेज क्लस्टर बन रहे हैं।

कोल्ड स्टोरेज के मुख्य लाभ हैं: लंबे समय तक शेल्फ‑लाइफ़, रोग‑कीट नियंत्रित होना, कीमत में स्थिरता और एक्सपोर्ट की क्षमता बढ़ना। उदाहरण के तौर पर, अगर आप आम को 30 °C पर रखेंगे तो एक हफ़्ता में ही खराब हो जाएगा, लेकिन 4 °C पर रखे तो एक महीना या उससे भी ज़्यादा चल सकता है। ऐसी छोटी‑सी सुविधा से किसानों की आय में सुधार झलकता है।

कोल्ड स्टोरेज के मुख्य प्रकार

भारत में तीन प्रमुख प्रकार के कोल्ड स्टोरेज देखे जाते हैं:

  • रूम‑टेम्परेचर (लाइट‑कूलिंग) स्टोरेज: तापमान 15‑20 °C के आसपास रहता है, जो पपीता, केले जैसे फलों के लिए उपयुक्त है।
  • लो‑टेम्परेचर (रीफ़्रिजरेशन) स्टोरेज: 0‑5 °C पर काम करता है, यह दूध, पनीर, फ़्रोजन सब्ज़ी और कई सब्ज़ियों के लिए आदर्श है।
  • डीप‑फ्रोजन (फ्रिजर) स्टोरेज: -18 °C से नीचे रखता है, जहाँ मांस, समुद्री भोजन और आइस‑क्रीम जैसी चीज़ें सुरक्षित रहती हैं।

इनमें से चुनाव करते समय उत्पाद का प्रकार, साठे का समय और बजट को ध्यान में रखना चाहिए। अक्सर एक ही सुविधा में कई सेक्शन होते हैं, जिससे व्यापारी एक ही जगह पर अलग‑अलग तापमान बनाए रख सकते हैं।

सही कोल्ड स्टोरेज चुनने के टिप्स

पहले तय करें कि आपको कौन‑से उत्पाद रखना है और कितने समय तक। अगर आप केवल फल‑सब्ज़ी रखेंगे तो लाइट‑कूलिंग पर्याप्त हो सकती है, लेकिन अगर दूध या माँस भी है तो दो‑तीन अलग‑अलग तापमान वाले यूनिट चाहिए।

दूसरा, ऊर्जा दक्षता देखिए। आधुनिक यूनिट में इन्वर्टर‑कम्प्रेसर और LED लाइटिंग होती है, जो बिल को कम करती है। जेपीई (जैव‑प्रकाश) या सोलर पैनल से चलने वाले मॉडल भी अब मार्केट में मिलते हैं।

तीसरा, रख‑रखाव की सुविधा देखना ज़रूरी है। बैक‑अप जनरेटर, तापमान मॉनिटरिंग सिस्टम और स्वच्छता की आसान प्रक्रिया वाले स्टोरेज में ख़रीदना फायदेमंद रहता है। खराब सिस्टम से फसल का बड़ा नुकसान हो सकता है।

आख़िर में, स्थान और पहुंच भी महत्व रखती है। आपका कोल्ड स्टोरेज मुख्य बाजार तक आसान रास्ते पर होना चाहिए, ताकि ट्रांसपोर्ट लागत कम रहे और डिलीवरी तेज़ हो।

इन बिंदुओं को समझ कर आप अपना कोल्ड स्टोरेज सही ढंग से चुन सकते हैं, जो आपके व्यापार को बढ़ाएगा और ग्राहक को ताज़ा प्रोडक्ट देगा। यदि आप अभी भी उलझन में हैं, तो किसी स्थानीय विशेषज्ञ से सलाह लेना सबसे अच्छा तरीका है।

बांग्लादेश में खाद्य सुरक्षा के लिए अमेरिकी सहायता से विकसित होगा कोल्ड स्टोरेज नेटवर्क

बांग्लादेश में खाद्य सुरक्षा के लिए अमेरिकी सहायता से विकसित होगा कोल्ड स्टोरेज नेटवर्क

अमेरिकी व्यापार और विकास एजेंसी (USTDA) ने बांग्लादेश की भोजन और कोल्ड चेन सेवा कंपनी, बॉन्टन फूड्स लिमिटेड को एक संभाव्यता अध्ययन अनुदान प्रदान किया है ताकि बांग्लादेश में तापमान नियंत्रित कोल्ड स्टोरेज गोदामों का नेटवर्क विकसित किया जा सके। यह प्रयास खाद्य क्षति को कम करने और दुग्ध, मांस व अन्य खाद्य उत्पादों की लागतों को घटाकर देश की खाद्य सुरक्षा को बेहतर बनाने का लक्ष्य रखता है।

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