आपने ओम बिड़ला का नाम कई बार टीवी, सोशल मीडिया या अखबार में सुना होगा। चाहे वह राजनीति की बारीकियों पर टिप्पणी करता हो या खेल की आधी रात की अपडेट दे, ओम बिड़ला हमेशा चर्चा में रहता है। इस पेज पर हम उनकी ताज़ा खबरों, इंटरव्यू और विश्लेषणों को एक जगह इकट्ठा कर रहे हैं, ताकि आप जल्दी से वह सब पढ़ सकें जो आपके लिये जरूरी है।
ओम बिड़ला ने पिछले कुछ सालों में कई बड़ी पहल की हैं। उन्होंने छोटे‑छोटे शहरों में जल संकट पर जागरूकता फैलाने वाले प्रोजेक्ट चलाए और साथ ही ग्रामीण युवा को नई तकनीक सीखने के लिए ट्रेनिंग सत्र आयोजित किए। राजनीति की बात करें तो उन्होंने कई बार चुनावी रणनीति पर टुड़क‑बुड़की की है, जिससे उनके विश्लेषण को वायरल होने का मौका मिला। खेल जगत में उनका योगदान भी कम नहीं – क्रिकेट के नए टैलेंट को पहचान कर उन्हें मंच पर लाने में उनका हाथ रहा है।
अगर आप जानना चाहते हैं कि ओम बिड़ला अभी किस मुद्दे पर काम कर रहे हैं, तो यहाँ कुछ हालिया अपडेट हैं:
इन सभी अपडेट में एक बात साफ़ दिखाई देती है – ओम बिड़ला सिर्फ शब्दों में नहीं, बल्कि जमीन पर काम करके बदलाव लाते हैं। इसलिए उनका नाम सुनते ही लोगों के दिमाग में भरोसा और सच्ची प्रतिबद्धता आता है।
आप इस टैग पेज पर और भी कई लेख पाएँगे – चाहे वह उनके द्वारा लिखे गये कॉलम हों, या फिर उनकी कवरेज वाली ख़बरें. हर लेख में सरल भाषा में तथ्य और उनके दृष्टिकोण को समझाया गया है, ताकि आप बिना किसी जटिलता के पूरी बात समझ सकें।
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आशा है कि इस पेज पर मिली जानकारी से आप ओम बिड़ला के काम को बेहतर समझ पाएँगे और उनके योगदान को सराहेंगे। अब पढ़ते रहिए, शेयर कीजिए और चर्चा में भाग लें – यही है हमारा लक्ष्य!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला द्वारा 1975 में इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल की तीखी आलोचना करने के लिए धन्यवाद दिया। मोदी ने बिड़ला की उस समय के अतिरेक को उजागर करने और लोकतंत्र का गला घोंटने के तरीके को दिखाने के लिए प्रशंसा की। बिड़ला ने 25 जून, 1975 को भारतीय इतिहास का 'काला अध्याय' करार दिया।
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