अभी कई लोग मोबाइल या लैपटॉप पर बटन दबाते ही चीज़ें खरीद लेते हैं। लेकिन घबरा जाएँ नहीं, अगर आप सही कदम उठाएँ तो बहुत सारा पैसा बचा सकते हैं और धोखा‑धड़ी से बच सकते हैं। चलिए, रोज़मर्रा के शॉपिंग को आसान बनाते हैं।
पहला काम है भरोसेमंद ई‑कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म चुनना। बड़े ब्रांड जैसे Amazon, Flipkart, Myntra या स्थानीय भरोसेमंद स्टोर की वेबसाइट पर खरीदारी करें। साइट का URL "https" से शुरू होना चाहिए, जिससे आपका डेटा एन्क्रिप्ट रहता है। अगर कोई नया ऑफ़र देखता है, तो पहले उसकी रिव्यू और रेटिंग देखना न भूलें। नकारात्मक रिव्यू या कम रेटिंग वाले सेलर से बचें।
बिना छूट के खरीदारी पर बड़ी रकम चलती है। हर बड़ा सेल, फ़्लैश‑सेल या विशिष्ट ब्रांड की डिस्काउंट को मिस न करें। कूपन कोड अक्सर ई‑मेल या ऐप के नोटिफिकेशन में मिलते हैं, बस चेक‑आउट पर ‘Apply Coupon’ में पेस्ट कर दें। कैशबैक साइट या ऐप से भी रिवॉर्ड अर्जित कर सकते हैं, लेकिन वही साइट इस्तेमाल करें जहाँ आपने प्रोडक्ट चुना है, ताकि ट्रैकिंग आसान रहे।
भुगतान का तरीका भी अहम है। तेज़ और सुरक्षित विकल्प जैसे UPI, डेबिट/क्रेडिट कार्ड, नेटबैंक और वॉलेट चुनें। अगर संभव हो तो ‘Cash on Delivery’ से बचें, क्योंकि यह धोखाधड़ी का एक जरिया बन चुका है। कई बैंक इंटरेटेड ‘OTP’ और ‘2‑FA’ सुरक्षा लगाते हैं—इन्हें हमेशा ऑन रखें।
एक बार ऑर्डर करने के बाद, कन्फर्मेशन ई‑मेल या एसएमएस में ऑर्डर नंबर नोट कर लें। इससे आप डिलीवरी ट्रैक कर पाएँगे और अगर डिलीवरी में देर हो तो कस्टमर सर्विस को तुरंत बताना आसान रहेगा।
डिलीवरी के समय भी कुछ बातें याद रखें। अगर आप घर पर नहीं हैं, तो पिक‑अप पॉइंट या लैकर के माध्यम से डिलीवरी करवाएँ। कुछ ए‑पीएस कंपनियों का ‘भेज़ रिटर्न’ या ‘डिलिवरी बॉक्स’ विकल्प भी अच्छा रहता है, जिससे पैकेज को सुरक्षित रख सकते हैं।
अंत में, रिटर्न पॉलिसी पढ़ना न भूलें। अधिकांश बड़े प्लेटफ़ॉर्म 7‑10 दिन में रिफ़ंड या एक्सचेंज की सुविधा देते हैं, लेकिन प्रोडक्ट को अनटेन्डेड और मूल पैकेज में रखना ज़रूरी है। यदि रिटर्न में कोई कमी आए, तो कस्टमर सपोर्ट को कॉल या चैट करके समाधान माँगें।
इन सरल कदमों को अपनाकर आप ऑनलाइन खरीदारी में पूरी सुरक्षा, तेज़ डिलीवरी और मज़ेदार बचत का आनंद ले सकते हैं। आप भी अभी अपनी पसंदीदा साइट खोलें, दाम देखें और स्मार्ट शॉपिंग शुरू करें!
नोएडा के सेक्टर-12 की दीप देवी ने ब्लिंकिट से ऑनलाइन खरीदी गई वनीला आइसक्रीम में मृत सौंफ पाया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर ब्लिंकिट ने उनके पैसे लौटाए और जांच शुरू की। अमूल ने भी मामले की छानबीन के लिए संपर्क किया। खाद्य विभाग ने भी जांच करते हुए नमूने लिए और सफाई पर सवाल उठाए।
© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|